किशनगंज परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का साधन नहीं है, बल्कि यह मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को घटाने, महिलाओं के स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने और परिवार की आर्थिक-सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यही कारण है कि सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए परिवार नियोजन सेवाओं का सुदृढ़ होना अत्यंत आवश्यक है. विशेषकर किशनगंज जैसे सीमावर्ती एवं पिछड़े जिलों में, जहां स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच अब भी चुनौतीपूर्ण है, परिवार नियोजन कार्यक्रमों की सफलता सीधे जनकल्याण से जुड़ी हुई है.
निरीक्षण से सेवाओं की समीक्षा
परिवार नियोजन सेवाओं की जमीनी स्थिति को समझने और सुधार की संभावनाओं को तलाशने के उद्देश्य से पीएसआई इंडिया के वरिष्ठ प्रबंधक अनुपम आनंद ने गुरूवार को जिले का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया, मानवबल एवं उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा की और पाया कि सीमित संसाधन एवं दूरस्थ क्षेत्रों में सेवाओं की पहुंच की कमी के कारण परिवार नियोजन कार्यक्रम अपेक्षित स्तर पर प्रभावी नहीं हो पा रहे हैं.
सेवा सुधार के लिए दिए गए ठोस सुझाव
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने कहा कि निरीक्षण के उपरांत सेवा सुधार हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए गए, जिनमें समुदाय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना, विशेषकर किशोर-किशोरियों एवं नवविवाहित दंपत्तियों के बीच.स्वास्थ्यकर्मियों को परिवार नियोजन के विभिन्न विकल्पों पर प्रशिक्षण देना.उपलब्ध संसाधनों का सुव्यवस्थित प्रबंधन एवं वितरण सुनिश्चित करना.मोबाइल हेल्थ यूनिट्स के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों तक सेवाओं की पहुँच बढ़ाना.आशा कार्यकर्ताओं की बैठकों में परिवार नियोजन कार्यक्रमों पर विशेष जोर देना शामिल रहा .
परिवार नियोजन को लेकर जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि परिवार नियोजन सेवाएं न केवल महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य से जुड़ी हैं, बल्कि यह समाज के समग्र विकास का भी आधार हैं. हम सभी स्वास्थ्यकर्मियों, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से इन सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं. जिला प्रशासन की प्राथमिकता है कि प्रत्येक दंपत्ति को परिवार नियोजन से संबंधित उचित जानकारी और सेवाएं समय पर उपलब्ध हों.स्थानीय संगठनों और कार्यकर्ताओं की भूमिका
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने बताया कि स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं और आशा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी सेवाओं की गुणवत्ता को और बेहतर बना सकती है. समुदाय के भीतर से ही जागरूकता अभियान और सेवा विस्तार करने पर ही स्थायी परिवर्तन संभव है.सहयोग और आश्वासन
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने कहा कि निरीक्षण टीम ने सभी संबंधित अधिकारियों से सेवा सुधार की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया और पीएसआई इंडिया की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन भी दिया. यह पहल किशनगंज जिले में परिवार नियोजन सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में भी योगदान देगा.
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