दिघलबैंक गुरुवार को शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर दस दिवसीय दुर्गा पूजा का समापन भक्तिमय वातावरण में हुआ. विदाई के क्षणों में श्रद्धालुओं की आंखें नम हो उठीं, वहीं “जय माता दी ” के गगनभेदी जयकारों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से पूरा प्रखंड क्षेत्र गुंजायमान रहा. सुबह से ही श्रद्धालुओं का समूह दुर्गा मंदिर में जुटना शुरू हो गया. विधि-विधान से पूजा अर्चना के बाद भक्तों ने शोभायात्रा निकाल कर मां दुर्गा को भावभीनी विदाई दी. कलश और नवपत्रिका को गाजे-बाजे तथा ढोल-नगाड़ों के साथ विसर्जन के लिए ले जाया गया. जगह-जगह लोगों ने फूलों की वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया. पिछले दस दिनों तक पूरे प्रखंड क्षेत्र में भक्ति, आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम देखने को मिला. दिन-रात मंत्रोच्चारण, भजन-कीर्तन और दुर्गा स्तुति से वातावरण गुंजायमान रहा. पूजा पंडालों में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर मां से सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद लिया.पूजा संपन्न कराने में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि गणेश कुमार सिंह, दुर्गा मंदिर कमेटी अध्यक्ष बिट्टू साह,गौरी साह, जिलेबी साह, सरपंच प्रतिनिधि बबलू हेंब्रम सहित समस्त ग्रामवासियों का विशेष योगदान रहा. कमेटी द्वारा अनुशासन और व्यवस्था को लेकर की गई पहल सराहनीय रही. श्रद्धालुओं ने कहा कि नवरात्र केवल पूजा का पर्व नहीं, बल्कि यह धर्म, ज्ञान और विश्वास का प्रतीक है. इस दौरान समाज में एकता, सहयोग और भक्ति का जो वातावरण बना, वही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है.
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