पौआखाली. जियापोखर थाना क्षेत्र के राजागांव स्थित राजवंशी समाज के श्मशान घाट की जमीन से घास वाली मिट्टी काटने का मामला आपसी मेल मिलाप के बाद समाप्त हो गया. दरअसल] इस संवेदनशील मामले के विवाद को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले थानाध्यक्ष विकास कुमार ने मंगलवार को दोनों पक्ष के लोगों को थाना बुलाकर उनका पक्ष जाना. काफी देर तक दोनों पक्षों द्वारा अपनी अपनी बातों को रखने के बाद आरोपित पक्ष के द्वारा अपनी भूल स्वीकार करने एवं पीड़ित पक्ष के समक्ष क्षमा याचना करने के उपरांत पीड़ित पक्ष की सहमति के बाद थानाध्यक्ष ने बंद पत्र के जरिए मामले को समाप्त कर दिया. इस दौरान थानाध्यक्ष ने आरोपित व्यक्ति को भविष्य में ऐसी गलती की पुनरावृति नहीं करने की कड़ी हिदायत दी. थानाध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि पुलिस थाना क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और जो भी व्यक्ति विधि व्यवस्था एवम शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश करेगा पुलिस उनके विरुद्ध कानूनी रूप से सख्ती से पेश आएगी. गौरतलब हो कि इस मामले में राजागांव के राजवंशी समाज के लोगों ने तीन दिनों पूर्व जियापोखर थाने में लिखित रूप से शिकायत की थी कि उनके श्मशान की भूमि से घास वाली मिट्टी को जबरन काट लिया गया है. वहीं इस कारण समाज में आक्रोश भी था, परंतु थानाध्यक्ष के सृझबृझ से मामले का आपसी समझौता के बाद निदान कर दिया गया है. ज्ञात हो कि ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र में मिट्टी और बालू माफियाओं का राज इस कदर कायम है कि श्मशान घाट की जमीन तक को सुरक्षित रख पाना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है. ठाकुरगंज प्रखंड में ऐसा ही एक मामला उजागर हुआ है जहां राजवंशी समाज के लोगों के श्मशान की भूमि से जबरन मिट्टी काट लिए जाने से इस समाज के लोग काफी आक्रोशित है. इस संबंध में पीड़ित पक्ष के द्वारा जियापोखर थाना में समशेर नामक व्यक्ति को नामजद करते हुए विधि सम्मत कार्रवाई के लिए आवेदन भी दिया है.वहीं इस मामले में शिकायतकर्ता धीरेंद्र लाल सिंह, शिव प्रसाद सिंह, भुवो लाल सिंह, चंद्र लाल सिंह सहित अन्य का आरोप है कि उनके पूर्वजों के जमाने से इस श्मशान की भूमि जो कि बिहार सरकार की जमीन है वह श्मशान के लिए चिन्हित है. उसमें हमारे समाज के वैसे लोग जो शवों को जलाने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं वैसे लोग अपने परिजनों के शव को दफनाते हैं. किंतु समशेर नामक व्यक्ति ने ना कि सिर्फ दबंगई के साथ श्मशान की मिट्टी काट ली, हमारे द्वारा विरोध करने पर हमें भद्दी भद्दी गालियां देते हुए यह भी धमकी दी कि श्मशान तो क्या घर की भी मिट्टी खोद डालेंगे.
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