Bihar News: एनआईए की टीम ने गुरुवार को हलीम चौक, किशनगंज से महबूब आलम नदवी को हिरासत में लिया है. आसपास के इलाके में किसी को भी भटकने की अनुमति नहीं दी गई. एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) भी मौके पर पहुंची और अपनी तरफ से जांच कर रही है. अधिकारी फिलहाल मामले में ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर रहे हैं. महबूब आलम नदवी मार्च महीने से किशनगंज के एक निजी स्कूल में शिक्षक के रूप में काम कर रहा था. स्कूल के निदेशक ने बताया कि उसने स्थानीय जानकारी के आधार पर नौकरी ली थी. उसकी सैलरी 9,000 रुपये प्रति माह थी. स्कूल में वह ज्यादा बातचीत नहीं करता था और दस्तावेज जमा करने में भी देरी करता रहा. स्कूल में छुट्टी होने के कारण वह एक महीने बाद ही वापस आया. स्कूल के अन्य शिक्षक इस बात से हैरान हैं कि वह इस तरह छिपकर रह सकता था.
आतंकी ट्रेनिंग कैंप के खुलासे के बाद फरार था नदवी
महबूब आलम नदवी 39 साल के हैं और कटिहार जिले के मुजफ्फर बंशीटोला (हसनगंज) के निवासी हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, 2022 में पटना के फुलवारी शरीफ में आतंकी ट्रेनिंग कैंप के खुलासे के बाद वह फरार हो गया था. इस दौरान वह भारत छोड़कर ओमान भी चले गया था और मार्च में वापस आया. उसके बाद से किशनगंज में रहकर छिपने की कोशिश कर रहा था.
एनआईए की टीम कर रही है मामले की जांच
सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल महबूब आलम से पूछताछ कर रही हैं और उसके कनेक्शन, गतिविधियों और संभावित योजनाओं की जांच कर रही हैं. एनआईए और एटीएस की टीम अलग-अलग एंगल से मामले की पड़ताल कर रही है.

