फारबिसगंज : स्थानीय जेपी सभा भवन में रविवार को संत निरंकारी सत्संग समागम का आयोजन मानव एकता दिवस के रूप में किया गया. इसमें महिलाएं सहित पुरुष श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में भाग लिया. इस मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महात्मा कमल किशोर जी ने कहा कि आज ही के दिन 1980 में सद्गुरु बाबा गुरुवचन जी की हत्या कट्टरपंथियों ने कर दी थी. लेकिन उनके निधन के बाद भी उनके आदर्शों को जन जन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. इसमें बाबा हरदेव सिंह जी महाराज निरंकारी मिशन सक्रिय हैं.
उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी न्यायिक व प्रशासनिक व्यवस्था एक व्यक्ति को उसके अच्छे-बुरे कर्मों का न्याय तो दे सकती है लेकिन वह बुरे विचारों की जगह अच्छे विचारों का प्रत्यारोपण नहीं कर सकती है. सद्गुरु मानव को बह्म ज्ञान देकर उसकी दिशा बदल देते हैं. इंसान की नाकारात्मक भावना को बदल देते हैं और जब बुरी भावनाएं मन से निकल जाती हैं तो मन में पवित्र भावनाएं प्रवेश करती हैं.
अपने प्रवचन के दौरान महात्मा जी ने कहा कि संत महापुरुष सांसारिक उतार चढ़ाव एवं खुदगर्जियों से ऊपर उठ कर हमेशा समदृष्टि, आत्म भाव, मानवता का व्यवहार करते हैं, जो दिलों की दूरियों को मिटा कर मानव में मानवी एकता कायम करती है. सत्संग समारोह में स्थानीय लोगों के अलावा अररिया, रानीगंज, बेलसरा, भोजपुर, सिकटी, भरगामा, नरपतगंज सहित अन्य कई जिले से श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर महात्माओं के प्रवचन को सुना. इस मौके पर सेवादल संचालक सच्चिदानंद समदर्शी, मनोज जी, वकुल जी, रविशंकर, शंभु, आशीष, पवन, राजा, मंजु, सपना, रश्मि, सविता, शोभा, सरिता, शकुंतला, आरती जी सहित अन्य ने सक्रिय भूमिका निभाया.