किशनगंज. स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ मानी जाने वाली एएनएम की भूमिका ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल टीकाकरण और प्रसव पूर्व देखभाल तक सीमित है, बल्कि यह स्वास्थ्य जागरूकता, परिवार नियोजन और मातृ-शिशु स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की सफलता की धुरी है. अब जिले में इन सेवाओं को एक नई गति मिलने जा रही है. राज्य सरकार द्वारा जिले में 219 एएनएम की नई पदस्थापना की गई है, जिनमें से 210 ने संबंधित प्रखंडों में कार्यभार ग्रहण कर लिया है. बाकी शेष भी जल्द ही योगदान करेंगी. इससे जिले के सुदूरवर्ती और दुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में अभूतपूर्व सुधार की उम्मीद जताई जा रही है. एएनएम की नियुक्ति से जिले की प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती मिलेगी, जो वर्षों से संसाधनों की कमी से जूझ रही थी. खासकर नियमित टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की देखभाल, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा में एएनएम की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. अब इन सेवाओं को गांव-गांव तक बेहतर तरीके से पहुंचाया जा सकेगा.
प्रखंडवार एएनएम की संख्या: आंकड़ों में बड़ा बदलाव
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य स्तर से प्रखंडवार पदस्थापना की गई है. जिसमें किशनगंज प्रखंड 15, कोचाधामन 39, ठाकुरगंज 43,टेढ़ागाछ 21, दिघलबैंक 23, बहादुरगंज – 30, पोठिया 39 एएनएम की तैनाती की गयी. उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में एएनएम की नियुक्ति से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी और नियमित टीकाकरण, एएनसी जांच और संस्थागत प्रसव जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में तेज़ी आएगी.एएनएम के स्वीकृत पदों की स्थिति
जिला योजना समन्वयक श्री विश्वजित कुमार ने बताया कि जिले में एएनएम के कुल स्वीकृत पदों की संख्या लगभग 678 है. इनमें पहले से 242 एएनएम कार्यरत थीं. नई बहाली के बाद अब जिले में कुल 442 एएनएम सेवाएं दे रही हैं. जिला योजना समन्वयक विश्वजित कुमार ने बताया कि इससे जिले में जारी स्वास्थ्य योजनाओं को गति मिलेगी और सेवाएं पहले की तुलना में अधिक प्रभावशाली होंगी. विशेष रूप से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और महिलाओं के स्वास्थ्य सशक्तिकरण में यह नियुक्ति अहम साबित होगी. उन्होंने बताया कि यह बहाली जिले की प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा देने वाली है. ग्रामीण स्तर पर एएनएम को स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बताते हुए उन्होंने कहा कि इनके माध्यम से टीकाकरण, एएनसी जांच, प्रसव सेवा, परिवार नियोजन जैसी योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा.सभी एएनएम के लिए ओरिएंटेशन का आयोजन
नव नियुक्त एएनएम को कार्य के प्रति प्रशिक्षित और जागरूक करने हेतु जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इसमें उन्हें विभागीय योजनाओं, रिपोर्टिंग, टीकाकरण प्रक्रिया, मातृ-शिशु देखभाल और प्राथमिक उपचार संबंधी जानकारियों से अवगत कराया गया. इससे ये सभी एएनएम जमीनी स्तर पर चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने में सक्षम होंगी. सिविल सर्जन ने सभी नव नियुक्त एएनएम से अपील की है कि वे अपने कार्यों को पूरी निष्ठा, सेवा भाव और जिम्मेदारी के साथ निभाएं ताकि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति लोगों का विश्वास और अधिक मजबूत हो सके. उन्होंने कहा कि एएनएम की यह बहाली सिर्फ एक नियुक्ति नहीं, बल्कि जिले के प्रत्येक परिवार के स्वास्थ्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक ठोस प्रयास है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है