गोगरी. पिछले चार दिनों से बनी शीतलहर में ठंड काफी बढ़ गयी है. इस बढ़ी ठंड में चर्म रोग की कई परेशानी आने लगी है. ठंड में चर्म रोग के अलग अलग परेशानी में सूखेपन के साथ चमड़ी फटने की शिकायत होने लगती है. यहीं नहीं महिलाओं के एड़ी फटने, बालों में रूसी की शिकायत, बदन की नोचने की दिक्कत, हाथ-पैर की अंगुली में चिपचिपाहट की शिकायत समेत कई समस्याएं सामने आने लगती है. इनसे बचने के लिए चर्म रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह मानें तो काफी हद तक इस परेशानी से बचा जा सकता है. अनुमंडलीय अस्पताल गोगरी में आउटडोर के दौरान चर्म विभाग में दर्जनों रोगी चर्म के दिखाने के लिए आते हैं. ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने बताया कि ठंड के मौसम में लोगों की साफ सफाई कम हो जाती है. किसी न किसी कारण से घर से बाहर निकल गए तो साफ सफाई घट जाती है. इससे चर्म से जुड़ी कई परेशानी आने लगती है. इसलिए लोगों को साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए. चर्म रोग विशेषज्ञ चिकित्सक बताते हैं बदन की साफ सफाई नियमित रूप से नहीं होने के कारण शरीर में नोचने की शिकायत आम हो जाती है. इनके अलावा शरीर में सूखेपन की परेशानी होने लगती है. चमड़ी में फटने की शिकायत भी होती है. बालों की साफ सफाई नहीं होने से रूसी की शिकायत आम हो जाती है. पैर हाथों की अंगुली में चिपचिपाहट की परेशानी भी होती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

