चुनाव के लिए 12 फ्लाइंग स्क्वॉड व 16 स्टेटिक सर्विलांस के अलावे 25 क्विक रिस्पॉन्स टीम कर रही निगरानी
चुनावी आचार संहिता उल्लंघन पर सख्ती, डीएम व एसपी ने किया एसएसटी पोस्ट की जांचखगड़िया. बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए की जाने वाली अवैध नकदी, शराब, हथियार व अन्य आपत्तिजनक सामग्री की रोकथाम करने के लिए स्टेटिक सर्विलांस टीम और फ्लाइंग स्क्वॉड टीम बनाया गया. चेक पोस्टों पर स्टेटिक सर्विलांस टीम और फ्लाइंग स्क्वॉड टीम द्वारा सघन निगरानी अभियान चलाया जा रहा है. एसएसटी और एफएसटी की टीमों ने अब तक कुल 3,25,000 (तीन लाख पच्चीस हजार) रुपये की नकदी जब्त की है. जिसे संदिग्ध स्रोतों से लाया गया माना गया है. जब्त नकदी से संबंधित मामलों में निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार विधिक कार्रवाई की जा रही है. बताया जाता है कि जिले में कुल 12 फ्लाइंग स्क्वॉड टीम तथा 16 स्टेटिक सर्विलांस टीम सक्रिय हैं. इन टीमों में पुलिस पदाधिकारी, प्रशासनिक कर्मी और सशस्त्र बल के जवानों की तैनाती की गई है. जो लगातार सभी विधानसभा क्षेत्रों में निगरानी किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त, कुल 25 क्विक रिस्पॉन्स टीमें भी गठित की गई हैं. जो किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रखी गई हैं. डीएम ने कहा कि इन सभी प्रयासों का उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और भयमुक्त बनाए रखना है, ताकि जिले के मतदाता निर्भय होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.
अपराध नियंत्रण के लिए 15192 लोगों का बाउंड डाउन व 111 का किया गया बाउंड ओवर
खगड़िया. विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से विधि व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही है. अपराध नियंत्रण अधिनियम 2024 की धारा 3 के तहत जिलाधिकारी द्वारा सख्त कार्रवाई की गयी है. जिसके अंतर्गत अब तक कुल 136 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 81 प्रस्तावों पर तत्काल आदेश पारित किया गया. जिले में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीएनएसएस की धारा 126, 127 और 129 के तहत कुल 111 लोगों को बाउंड ओवर किया गया. जबकि 15,192 व्यक्तियों को बाउंड डाउन किया गया है. इसके साथ ही 344 गैर-जमानती वारंट निष्पादित किया गया. जिले में अब तक कोई हिंसात्मक घटना, संपत्ति को क्षति पहुंचाने की घटना या एससी/एसटी अधिनियम के अंतर्गत कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. प्रशासन ने संवेदनशील बस्तियों और संभावित समस्या उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए विशेष निगरानी अभियान चलाया, लेकिन ऐसी कोई संवेदनशील बस्ती या व्यक्ति चिन्हित नहीं पाया गया है. जिला प्रशासन द्वारा यह सभी प्रयास यह सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे हैं कि मतदाता भयमुक्त वातावरण में मतदान कर सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

