खगड़िया. विदेश से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने छात्रों को श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज व शहीद प्रभुनारायण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में एक वर्ष की इंटर्नशिप करना होगा. छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ही मेडिकल प्रैक्टिस व सरकारी सेवा में नौकरी करने का अधिकार प्राप्त होगा. संस्थान के मीडिया प्रभारी अमरीष कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में राज्य के सभी मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों को सरकार के इस निर्णय से अवगत कराया गया. उन्होंने बताया कि विदेश से चिकित्सा डिग्री प्राप्त करने के उपरांत, संबंधित छात्रों को मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक वर्ष की अनिवार्य इंटर्नशिप व प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करना अनिवार्य होगा. इसके पश्चात ही उन्हें मेडिकल प्रैक्टिस करने अथवा सरकारी सेवा में नियुक्ति का वैधानिक अधिकार प्राप्त होगा. मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन डॉ विवेकानंद ने सरकार के इस निर्णय को जनहित में महत्वपूर्ण व दूरदर्शी कदम बताया. उन्होंने कहा कि इससे चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी. रोगियों की सुरक्षा व विश्वास सुदृढ़ होंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज सरकारी आदेश का शत-प्रतिशत अनुपालन करेगा.
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