खगड़िया. दूसरे दिन भी कुहासे की चादर ने सूर्यदेव का दर्शन होने नहीं दिया. जिसके कारण लोग ठंड से परेशान रहे. सुबह के दस बजे तक विजिबिलिटी काफी कम था. वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. गलन वाली ठंड ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया. शनिवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री रहा. जबकि न्यूनतम 11 डिग्री रहा. मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक अधिकतम तापमान 18-20 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10-12 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रह सकता है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच बढ़ते अंतर से ठंड का असर और तीखा महसूस हो रहा है. ठंड बढ़ने का सीधा असर जनजीवन पर दिखने लगा है. सुबह के समय लोग देर से घरों से निकल रहे हैं. स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और दिहाड़ी मजदूरों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. ग्रामीण इलाकों में अलाव जलाने लगे हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों में हीटर और गीजर का उपयोग कर रहे हैं. ठंड बढ़ते ही शहर के बाजारों में गर्म कपड़ों की खरीदारी में तेजी आ गयी है. स्वेटर, जैकेट, शॉल, मफलर, टोपी और दस्तानों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है. व्यापारियों का कहना है कि कुछ बच्चों और बुजुर्गों के गर्म कपड़ों की मांग अधिक है.
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक विपुल कुमार मंडल ने मौसम में आए इस बदलाव को लेकर किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि ठंडी हवाओं और कोहरे के कारण फसलों पर पाला पड़ने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में किसानों को रात के समय हल्की सिंचाई करने, खेतों में धुआं करने और सब्जी फसलों को ढककर रखने की सलाह दी गयी है.मौसम में बदलाव के कारण बीमार हो रहे हैं लोग, ताजा खाना का करें उपयोग
बीते दो दिनों से पूरे जिले में बढ़ रही कड़ाके की ठंड से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कड़ाके की ठंड से बदलते हुए मौसम में लोग अब बीमार होने लगे हैं. मौसम के बदलाव के कारण दिन रात ठंड का असर लोगों पर पड़ रहा है. मौसम के इस उतार चढ़ाव के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ने लगा है. जिससे लोग बीमार हो रहे हैं. सदर अस्पताल व गोगरी रेफरल अस्पताल के ओपीडी से लेकर निजी अस्पतालों तक मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. खासकर सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज फिलहाल घर-घर में मिलने लगा है. बुखार होते ही मरीज डेंगू होने के डर से काफी दहशत में आ रहे हैं. जिसके कारण ओपीडी में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं. जिसमें अधिकांश मरीजों में सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत है. गोगरी रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र प्रकाश ने बताया कि 80 प्रतिशत वैसे मरीज पहुंच रहे हैं, जो मौसम के कारण बीमार हो रहे हैं. जिसमें सर्दी खांसी व बुखार की शिकायत रहती है. आराध्या चाइल्ड केयर सेंटर जमालपुर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि मौसम में ठंड गर्म होने के कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं. ऐसे मौसम में सभी आयु वर्ग के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर रात के समय में अब एसी व कूलर का प्रयोग कम करना चाहिए. खासकर बच्चों वाले घरों में विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. लापरवाही के कारण बच्चों में निमोनिया की भी शिकायत हो सकती है. जो जानलेवा है. वहीं ठंडा पेय पदार्थ पीने से भी बचना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

