पटना : दो माह पहले खगड़िया होटल से लापता हुए बीइओ फूलदेव प्रसाद यादव को अब तक बरामद नहीं किया जा सका है. घरवाले थाना, एसपी, एडीजी और डीजीपी तक गुहार लगा चुके हैं. पसराहा थाने की पुलिस को सिर्फ इतना पता चल पाया है कि फूलदेव का अंतिम लोकेशन पटना के मराची इलाके में था. इस जानकारी के बाद उनके घरवाले फिर एडीजी से मिले हैं और उनके आदेश पर केस पसराहा थाने से मराची थाने में ट्रांसफर कर दिया गया है. लेकिन, मराची थाने की पुलिस भी गंभीरता से मामले की जांच नहीं कर रही है. इसकी शिकायत लेकर पटना एसएसपी के पास पहुंचे परिजनों ने कहा कि पूरा परिवार दहशत में है, पर न्याय नहीं मिल पा रहा है. घरवालों ने मराची के एक ठेकेदार पर शक भी जाहिर किया है.
दरअसल, मधुबनी जिले के कलुवारी के रहनेवाले फूलदेव प्रसाद यादव खगड़िया के बसुहा विकास खंड में हेड मास्टर थे. हाल के दिनों में उन्हें प्रमोशन मिल गया और वह बीइओ बन गये. उनकी पोस्टिंग कटिहार जिले के कुरसैला में हुई. घरवालों के मुताबिक 5 जुलाई, 2016 को वह खगड़िया गये थे. हेड मास्टर का चार्ज दूसरे को देने. वहां एक होटल में ठहरे थे. 6 जुलाई की सुबह में उन्होंने अपनी पत्नी से बात की और बताया था कि वह होटल में ठहरे हैं. लेकिन इसके बाद से उनका मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया और वह लापता हो गये. वह कहां गये अब तक पता नहीं चल पाया है. घरवालों ने खगड़िया एसपी व डीजीपी से मिलकर शिकायत की तो पसराहा थाने में केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने जब उनके मोबाइल फोन का सीडीआर निकाला ताे उनका अंतिम लोकेशन मराची थाना इलाके में मिला है. इसके बाद घरवाले फिर एडीजी आलोक कुमार से मिले और आवेदन दिया. इस पर एडीजी ने निर्देश दिया और केस को मराची थाने में ट्रांसफर कर दिया गया है.
लेकिन, घरावाले मराची पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं. उनका आरोप है कि दिन गुजरता जा रहा है और पुलिस इधर-उधर दौड़ा रही है.मराची के एक ठेकेदार पर शक, उसके खिलाफ दिया आवेदन फूलदेव प्रसाद यादव के घरवालों को मराची के रहनेवाले एक ठेकेदार पर शक है. वह खगड़िया में कई स्कूलों में निर्माण कार्य करवा चुका है और फूलदेव के भी संपर्क में था. अभी उसका करीब चार करोड़ का काम खगड़िया में चल रहा है. दोनों के बीच में पैसे के लेन देने की भी बात कही जा रही है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.