गोगरी : शिक्षा के मंदिर को शराबियों ने शराब पीने का अड्डा बना लिया है. शिक्षा के मंदिर में लगने वाले शराबियों के जमघट के कारण पीएम उच्च विद्यालय के शिक्षक सहित छात्र-छात्राएं भी परेशान हैं. आलम यह है कि कभी कभी तो स्कूल ऑवर में भी नशेबाज बोतल खोल कर शराब पीने बैठ जाते हैं.
रोकने पर शिक्षकों को भद्दी भद्दी गालियां और धमकी दी जाती है. लिहाजा शराबियों की दबंगई के आगे गुरुजी चुप रहना ही बेहतर समझते हैं. उधर, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी नहीं रहने के कारण शराबियों द्वारा छोड़े गये खाली बोतल व बिखरे पड़े चखना को साफ तक भी गुरुजी को करना पड़ता है. कारण सरकारी स्कूल में छात्र-छात्राओं से काम करवाने पर रोक है. शिक्षक-छात्र सब परेशान पीएम उच्च विद्यालय में विद्यालय में करीब 300 विद्यार्थी पढ़ते हैं.
इस विद्यालय का माहौल असामाजिक तत्वों ने खराब कर रखा है. विद्यालय में आते ही अध्यापकों को पहले इधर-उधर बिखरी शराब और बियर की बोतलों को समटने का काम करना पड़ता है. शिक्षकों को स्वयं शराब की टूटी बोतलें और जूठन उठाना पड़ता है. प्रधानाध्यापक राजकुमार झा ने बताया कि कई बार शराबियों को शराब पीने से रोकने की कोशिश हुई, लेकिन शराबी अपनी आदतों से बाज नहीं आते हैं.
शिक्षकों की मानें तो कई बार स्कूल समय में भी शराबी यहां बोतल खोल कर महफिल सजा देते हैं.चहारदीवारी मरम्मत की जरूरत विद्यालय के आसपास के लोगों ने बताया कि विद्यालय के पीछे का और आगे का हिस्सा खुला होने से शराबी आसानी से विद्यालय में प्रवेश कर जाते हैं. वर्षों से मरम्मत नहीं होने के कारण विद्यालय खंडहर में तब्दील हो चुका है. इधर, विद्यालय प्रधान ने पुलिस प्रशासन से शराबियों पर सख्ती के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है.