प्रतिनिधि, बरारी प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाये गये चापाकलों को कीटाणु रहित करने के लिए विभाग द्वारा कीटाणु शोधन कार्य चलाया जा रहा है. डीएम के निदेश के आलोक में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता मुकेश कुमार ने कनीय अभियंता प्रवेज आलम ने बरारी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कीटाणुशोधन कार्यविधि का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावितों के सुविधाओं को लेकर बरारी प्रखंड के गुरमेला, पूर्वी बारीनगर, दक्षिणी भंडारतल, उत्तरी भंडारतल, कांतनगर, शिशिया, विशनपुर, वैशागोविंदपुर एवं मोहनाचांदपुर में अस्थाई चापाकलों व अस्थाई शौचालयो का निर्माण कराया गया. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगे चापाकलों में हानिकारक बैक्टीरिया एवं वायरस के रोकथाम को लेकर ब्लीज का रसायनिक घोल बनाकर कीटानुशोधन कार्य कराया जा रहा है. इस विधि से बाढ़ पीड़ितों में डायरिया सहित अन्य रोग संक्रमण के रोकथाम में मदद मिलेगी. बताया कि गंगा के पानी उतरने और बाढ़ पीड़ितों के घर वापसी पर पुनः इन सभी चापाकलों को विभाग द्वारा संग्रहीत कर लिया जायेगा. ताकि आगे का कार्य में लगाया जा सके.
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