आजमनगर प्रखंड मुख्यालय में सरकार की ओर से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की सुविधा के लिए लाखों रुपए खर्च कर नल, पाइप, मोटर एवं टंकी तो बना दी गयी. लेकिन ग्रामीणों वर्षों बीत जाने के बाद भी शुद्ध पेयजल की आस लगाये बैठे है. ग्रामीणों को आज तक इसकी सुविधा नहीं मिली. नल जल योजना को लेकर ग्रामीणों द्वारा शिकायत की जा रही है. सम्बंधित अधिकारियों के कानों तले जूं तक नहीं रेंगती. मानों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट नल जल योजना को बेच कर कुंभकरण की नींद में सो रहे हैं. आलमपुर गांव में नल जल योजना के तहत बनाये गये लाखों रुपए खर्च कर टंकी वर्षों से शोभा की वस्तु बन गयी है. कई ऐसे पंचायतों में नल जल योजना बुरी तरह से विफल होता दिख रहा है. ग्रामीणों में सलमान आलम, खोखन राय, असलम हुसैन, कलाम, रमन सिंह, मनोहर यादव, बब्लू राय, कलावती देवी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जलापूर्ति बंद रहने पर नाराजगी व्यक्त की. प्रशासन से शीघ्र जलापूर्ति प्रारंभ करने की मांग की है. ग्रामीणों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से लाखों रुपए से बना टंकी शोभा की वस्तु बनी हुई है. लोगों ने जलापूर्ति जल्द से जल्द चालू करने की मांग की है. आजमनगर बीडीओ कुमार मुकेश ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए कहा कि नल जल योजना की समस्याओं से जल्द ही निजात मिलेगी और लोगों को जल्द ही शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जायेगी.
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