कोढ़ा प्रखंड के उत्तरी सिमरिया पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय धांगड टोला के सामने पान-गुटखा व सिगरेट की दुकान बच्चों की सुरक्षा व पढ़ाई के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है. विद्यालय संचालन के समय इस दुकान पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. जिससे विद्यालय का शैक्षणिक माहौल लगातार प्रभावित हो रहा है. विद्यालय परिसर के ठीक सामने स्थित इस दुकान पर दिनभर शराबी और नशेड़ी बैठे रहते हैं. नशे की हालत में ये लोग आपस में शोर-शराबा, गाली-गलौज और हो-हंगामा करते रहते हैं. कक्षा में पढ़ाई कर रहे बच्चों का ध्यान भंग होता है. कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि शिक्षक-शिक्षिकाओं को पढ़ाई रोकनी पड़ती है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजय सिंह ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार दुकान पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन वे अपनी आदत से बाज नहीं आते. उन्होंने यह भी कहा कि कई बार नशे में धुत लोग विद्यालय परिसर में घुस आते हैं. जिससे बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न हो जाती है. ग्रामीणों और अभिभावकों में भी इस स्थिति को लेकर भारी आक्रोश है. विद्यालय के आसपास नशीले पदार्थों की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित होनी चाहिए. खुलेआम पान-गुटखा, सिगरेट और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय के सामने स्थित इस दुकान को अविलंब हटाया जाय और नशे के कारोबार पर सख्त कार्रवाई की जाय. ताकि बच्चों को सुरक्षित, शांत और भयमुक्त वातावरण में शिक्षा मिल सके.
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