कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र में रविवार को बड़े ही धार्मिक उत्साह व श्रद्धा के साथ तुलसी विवाह का पर्व मनाया गया. इस अवसर पर क्षेत्र की सुहागन महिलाओं ने अपने-अपने आंगन में विधिवत पूजा-अर्चना कर माता तुलसी का विवाह भगवान विष्णु के रूप शालिग्राम से कराया. सुहागन महिला रूपा कुमारी ने बताया कि तुलसी विवाह कराने से घर में सुख, शांति, सौभाग्य व समृद्धि आती है. यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है. बल्कि वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने वाला भी माना जाता है. रूपा कुमारी ने बताया कि जो लोग विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना कर रहे हैं. उन्हें इस दिन तुलसी मां और भगवान विष्णु की विशेष पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान महिलाओं ने मंगल गीत गाये. दीपदान किया और तुलसी चालीसा का पाठ किया. पूरे वातावरण में भक्ति व श्रद्धा का माहौल व्याप्त रहा. मान्यता है कि इस दिन तुलसी विवाह कराने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि तुलसी विवाह के बाद से ही शुभ कार्यों की शुरुआत का समय (देवउठनी एकादशी) प्रारंभ हो जाता है. इसी दिन से शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत होती है. कार्यक्रम के अंत में सभी महिलाओं ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और परिवार की खुशहाली एवं समाज में शांति की कामना की. पूरे क्षेत्र में भक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

