शहर की सड़कों पर विसर्जन जुलूस में उमड़ा सैलाब कटिहार शहर के यज्ञशाला मैदान में चल रहे पांच दिवसीय गणेश महोत्सव का शनिवार को समापन हो गया. सुबह मंत्रोच्चारण के साथ भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना की गयी. पूजा के दौरान भक्तों ने यज्ञ में आहुति दी. तत्पश्चात संध्या शहर में विसर्जन जुलूस निकाला गया. जिसमें बड़ी संख्या में महिला व पुरुषों ने भाग लिया. सभी भक्त जुलूस में शामिल होकर नाचते गाते बप्पा मोरिया के नारे लगाते हुए विसर्जन जुलूस में आगे बढ़ रहे थे. श्रद्धलु एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर जुलूस आगे बढ़ती जा रही थी. ढोल नगाड़ों की धुन में सभी श्रद्धालु झूमते नाचते विसर्जन के लिए आगे बढ़ रहे थे. विसर्जन जुलूस यज्ञशाला मैदान से निकालकर शिव मंदिर चौक, दौलत राम चौक, पानी टंकी चौक, एमजी रोड, शहीद चौक, कालीबाड़ी रोड, शिव मंदिर चौक होते हुए कोशी घाट पहुंची. जहां भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. शहर के मुख्य सड़कों से होते हुए कोशी घाट पहुंचने के दौरान विसर्जन जुलूस को देखने के लिए गणपति बप्पा विघ्नहर्ता को विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल आये थे. शहर के चारों तरफ भगवान गणेश की जय कारा के सिवा कुछ सुनाई नहीं दे रहा था. सभी भक्तजन भगवान गणेश को अंतिम विदाई देने में लगे हुए थे. विसर्जन जुलूस में महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा रही. पांच दिवस गणेश महोत्सव को लेकर पूरा शहर भक्तिमय सा रहा. तीन दिनों तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रम का श्रद्धालुओं ने भरपूर आनंद उठाया. जबकि दो दिवसीय महाआरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेकर भगवान गजानंद की महाआरती किये. पांच दिनों तक चले इस गणेश महोत्सव में श्रद्धालुओं में खुशी का माहौल रहा. नाचते गाते भगवान गणेश की प्रतिमा को श्रद्धा भाव के साथ श्रद्धालु कोशी घाट लेकर पहुंचे. जहां भगवान गजानंद से सुख समृद्धि का वर मांगते हुए सब दुख हरण करने की कामना करते हुए आखरी विदाई दी. प्रतिमा को कोशी घाट में विसर्जित कर दिया गया. इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में अशोक कुमार साह, शंभू अग्रवाल, राजेश महासेठ, गोपाल वर्णवाल, मनीष कुमार, दिलीप पूर्वे, भवेश मंडल, प्रमोद पोदगा आदि ने अपनी अहम भूमिका निभायी.
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