कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में शारदीय नवरात्र का शुभारंभ श्रद्धा व भक्ति के माहौल में हुआ. प्रथम दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गयी. पवई, कोलासी, बावनगंज और चंदवा पंचायत के सार्वजनिक दुर्गा मंदिरों समेत कई घरों में अहले सुबह से ही कलश स्थापना के साथ भक्तों ने नवरात्र का आरंभ किया. मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व बताया जाता है. पुराणों के अनुसार पूर्व जन्म में वे सती थीं और भगवान शंकर की अर्धांगिनी बनी. प्रजापति दक्ष के यज्ञ में देहत्याग के बाद पुनः हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया और शैलपुत्री कही गयी. पार्वती और हेमवती के रूप में भी उनकी आराधना होती है. कोढ़ा और आसपास के इलाकों में सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पूजा-पाठ के मंत्रोच्चार, घंटे-घड़ियाल की ध्वनि और धूप-अगरबत्ती की सुगंध से वातावरण भक्तिमय हो उठा. या देवी सर्वभूतेषु और जय अंबे गौरी जैसे मंत्रों से पूरा क्षेत्र गूंजायमान रहा. नवरात्र प्रारंभ होते ही बाजारों में भी रौनक बढ़ गई है. फल-फूल, पूजा सामग्री और सजावटी वस्तुओं की मांग बढ़ने से कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है. भक्तजनों ने उपवास रख मां दुर्गा की आराधना शुरू कर दी है.
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