कोढ़ा माहे रमजान के पहले दस दिन पूरे होने के साथ ही अब दूसरा अशरा शुरू हो गया है. जिसे मगफिरत यानी गुनाहों की माफी का समय कहा जाता है. मौलाना सद्दाम ने रोजेदारों से अपील की कि वे इस पाक महीने के दौरान ज्यादा से ज्यादा इबादत करें और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगें. मौलाना ने युवाओं को कहा कि वे इस महीने को अपने लिए सुधार का मौका समझें. कहा, सोशल मीडिया और फिजूल के कामों में समय बर्बाद करने के बजाय इस महीने को इबादत और नेकियों में बितायें. ताकि यह रमजान उनकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन रमजान बन सके. कहा, रमजान सिर्फ इबादत का नहीं, बल्कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद का भी महीना है. कहा, अल्लाह उन लोगों से सबसे ज्यादा खुश होता है. जो इस महीने में अपनी दौलत का कुछ हिस्सा दान करते हैं और जरूरतमंदों की सहायता करते हैं.
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