कटिहार घर की जिम्मेवारी अहले सुबह पूरा करने के बाद गांव की तकदीर एवं तस्वीर बदलने के लिए महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी होती है. दरअसल महिला संवाद कार्यक्रम उनके ही गांव में किसी चौपाल या विशालकाय पेड़ के नीचे शामियाने तले आयोजित होती है. जहां महिला संवाद रथ के माध्यम से महिलाओं को महिला स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण के लिए चलायी जा रही योजनाओं की सफलता की गाथा दिखायी जा रही है. गुरूवार को भी जिले के अलग-अलग प्रखंडों के 36 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें करीब आठ हजार महिलाओं ने भाग लिया. महिला संवाद कार्यक्रम न केवल सरकारी योजनाओं के प्रचार- प्रसार का माध्यम बन रहा है. बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं की आवाज को नीतिगत बदलावों तक पहुंचाने का सशक्त प्लेटफॉर्म भी बनता जा रहा है. महिलाओं की भागीदारी और उत्साह इस बात का प्रमाण है कि वे अब न केवल जागरूक है. बल्कि विकास की राह पर मजबूती से कदम बढ़ा रही है. नंदन जीविका महिला ग्राम संगठन जंगलाटाल अमदाबाद में महिला संवाद कार्यक्रम शुभारंभ के पूर्व आदिवासी छात्राओं के द्वारा लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया एवं कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाये भाग ली. कार्यक्रम में महिलाओं को वीडियो फिल्म के माध्यम से सरकार के द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में अवगत कराया गया तथा लीफलेट के माध्यम से बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में क्रियान्वित महत्वाकांक्षी योजनाएं से अवगत कराया गया.
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