आजमनगर अंचल के राजस्व कर्मचारी कई दिनों से अपने अलग कैडर गठन व वेतनमान में वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. इस हड़ताल का असर प्रशासनिक कार्यों पर साफ देखा जा सकता है. विशेष रूप से म्युटेशन, परिमार्जन तथा अन्य भूमि संबंधी मामलों का निष्पादन पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है. आजमनगर अंचल कार्यालय में लोग अपनी जमीन से संबंधित जरूरी कार्यों के लिए रोजाना चक्कर काट रहे हैं. लेकिन कर्मचारियों की लगातार अनुपस्थिति के कारण उन्हें निराश होकर बैरंग लौटना जाने पर मजबूर होना पड़ रहा है. इससे न केवल आम नागरिकों की परेशानी बढ़ रही है. बल्कि लंबित मामलों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि होते दिख रहा है. हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि वे वर्षों से वेतन और पदोन्नति में भेदभाव का सामना कर रहे हैं. जिसको लेकर बिहार सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. सैयाद आलम उर्फ पिंकू ने कहा है कि आजमनगर अंचल में कार्यरत राजस्व कर्मचारीयों के हड़ताल में चले जाने से आम लोगों को काफी परेशानियां हो रही है. क्षेत्र के लोग अपनी जमीन से संबंधित कोई भी कार्य नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने जिला प्रशासन से उक्त मामला में ठोस कदम उठाये जाने की मांग की है.
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