– कड़ाके की ठंड में सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे सोने को विवश है आश्रय विहीन – शुक्रवार की देर शाम नगर आयुक्त के औचक निरीक्षण में महज दो मिले आश्रय विहीन कटिहार ठंड से राहत के लिए खुले आसमान के नीचे सोने वाले आश्रय विहीनों को लाभ मिल सके. इसके लिए सदर अस्पताल स्थित 44 बेड वाला आश्रय स्थल बनाया गया है. 44 बेडवाला आश्रय स्थल में आश्रयविहीनों के लिए बिछावन, चादर, कम्बल व मच्छरदानी की भी व्यवस्था है. लेकिन प्रचार- प्रसार के अभाव में इस आश्रयस्थल का लाभ आश्रयविहीनों को नहीं मिल पा रहा है. नगर आयुक्त संतोष कुमार द्वारा शुक्रवार को देर शाम उक्त आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण के दौरान एक बुजूर्ग नीचे व एक महिला ऊपरी तल पर मिले. इस दौरान रह रहे आश्रयविहीनों ने नगर आयुक्त से सुविधा बढ़ाने की मांग की. नगर आयुक्त संतोष कुमार आधे घंटे तक अलग-अलग बेड से लेकर शौचालय तक का भी निरीक्षण किया. महज दो आश्रयविहीन को देखकर नगर मिशन प्रबंधक अजीत कुमार पांडेय को प्रचार प्रसार कराने को आदेश दिया. रह रहे आश्रयविहीनों ने यह भी बताया कि इनर्वटर नहीं रहने के कारण बिजली गुल होने के बाद अंधेरे में रहने की विवशता रहती है. इस दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मालूम हो कि सदर अस्पताल स्थित 44 बेडवाला आश्रयस्थल वैसे लोगों के लिए है जो ठंड के मौसम में सड़क किनार खुले आसमान के नीचे साेने को विवश होते हैं. वैसे लोगों को इसका लाभ मिल सके. इसके लिए अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करवाने पर बल दिया. हालांकि साफ सफाई व्यवस्था को देखकर संतुष्ट दिखे. प्रचार प्रसार के लिए उन्होंने रेलवे स्टेशन के दोनाें साइड, शहीद चौक, यज्ञशाला मैदान और कालीबाड़ी के समीप बड़ा बड़ा बैनर पोस्टर लगवाने का भी निदेश दिया. साथ ही प्रतिदिन निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को नगर मिशन प्रबंधक को आदेश दिया. मालूम हो कि एक दिन पूर्व गुरूवार को उक्त रैन बसेरा में 18 आश्रयविहीन ने आश्रय लिया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

