बलिया बेलौन कांग्रेस पार्टी ने प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में अपने सशक्त जनसंपर्क अभियान की रणनीति को जमीनी हकीकत में बदलने की ठोस पहल की है. केंद्रीय धुरी बनी है. माई-बहिन मान योजना, जिसे लेकर कांग्रेस नेता आफताब कंचन और कार्यकर्ताओं ने पंचायत स्तर पर संवाद की नई पहल शुरू की है. गांव की गलियों से लेकर महिला चौपालों तक, कांग्रेस का यह अभियान अब केवल एक राजनैतिक गतिविधि नहीं बल्कि सामाजिक चेतना का रूप लेता जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत हर महिला को 2500 प्रतिमाह आर्थिक सहयोग देने का वादा न केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता का आश्वासन देता है. बल्कि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक निर्णायक हस्तक्षेप माना जा रहा है. सालमारी, तेघड़ा, शीतलमनी, आजमनगर जैसी कई पंचायतों में आयोजित संवाद सत्रों में आफताब कंचन ने कांग्रेस की नीतियों और सोच से महिलाओं को परिचित कराया. राहुल गांधी की वैचारिक प्रतिबद्धता को भी घर-घर पहुंचाया. यह योजना एक वित्तीय सहायता योजना भर नहीं है. बल्कि इसका उद्देश्य महिलाओं को सामाजिक व राजनीतिक मंच पर बराबरी की भूमिका दिलाना है. यह योजना नफरत के खिलाफ मोहब्बत की राजनीति को आगे बढ़ाती है. महिलाओं ने भी इस पहल को सराहते हुए कहा कि पहली बार उन्हें ऐसा लग रहा है कि कोई राजनीतिक दल उनकी गरिमा, ज़रूरत और स्वाभिमान को प्राथमिकता दे रहा है. माई-बहिन मान योजना अब एक चुनावी वादे से कहीं अधिक, एक आंदोलन का रूप लेती दिख रही है.
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