– एक मजदूर को ग्रामीणों ने बचाया फोटो 45,46 कैप्शन- घटना स्थल पर जुटी भीड़, मौजूद पुलिस, ट्रैक्टर को बाहर जेसीबी से निकालते हुए प्रतिनिधि, कोढ़ा कोढ़ा थाना क्षेत्र के खेरिया पंचायत के बेलाल चौक के समीप शुक्रवार को एक ट्रैक्टर के दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर मौत हो गयी. जबकि एक मजदूर की जान ग्रामीणों की मदद से बचा ली गयी. यह हादसा तब हुआ जब एक खाली ट्रैक्टर जन वितरण प्रणाली का अनाज गांव में पहुंचाकर वापस लौट रहा था. मखाना के पानी भरे खेत में अनियंत्रित होकर पलट गया. मेहनथपुर पंचायत के महेशवा गांव निवासी ट्रैक्टर चालक हरदेव ऋषि 45 वर्ष, मजदूर कारे ऋषि 35 वर्ष, झबरू ऋषि 30 वर्ष प्रखंड मुख्यालय से चावल और गेहूं लेकर कोढ़ा प्रखंड की जन वितरण प्रणाली की दुकान पर पहुंचे थे. अनाज वितरण के बाद तीनों खाली ट्रैक्टर से लौट रहे थे. इसी दौरान बेलाल चौक के पास ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पानी से भरे मखाना के खेत में जा गिरा. ट्रैक्टर के नीचे दबने से चालक हरदेव ऋषि और मजदूर कारे ऋषि की दम घुटने से घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि झबरू ऋषि किसी तरह खुद को बचाकर बाहर निकले और शोर मचाया. उनकी आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और तुरंत राहत कार्य शुरू किया. ग्रामीणों ने झबरू को सुरक्षित बाहर निकाला. घटना की सूचना मिलते ही कोढ़ा थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार और अवर निरीक्षक उमेश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के कटिहार सदर अस्पताल भेजा और हादसे की जांच शुरू कर दी है. परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़ ————————————- इस हादसे के बाद पूरे महेशवा गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. मृतक ट्रैक्टर चालक हरदेव ऋषि की पत्नी रंभा देवी हैं. उनके दो बेटे और पांच बेटियां हैं. वे मेहनथपुर पंचायत के वार्ड संख्या 9 के निवासी थे. कई वर्षों से राशन वितरण के कार्य से जुड़े थे. मृतक मजदूर कारे ऋषि की पत्नी पुनिया देवी हैं. वह मूल रूप से बड़खल पंचायत के सदल गांव के निवासी थे. लेकिन लंबे समय से अपने ससुराल महेशवा गांव में ही रह रहे थे. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. उनके ससुर स्व कपिल देव ऋषि भी गांव के सम्मानित व्यक्ति रहे हैं. घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतकों के परिवार को समुचित मुआवजा दिया जाय. साथ ही जन वितरण प्रणाली जैसे जोखिमपूर्ण कार्यों में लगे श्रमिकों की सुरक्षा के लिए उचित प्रावधान सुनिश्चित करने की मांग भी की है. ग्रामीणों का कहना है कि इन मजदूरों की जानें असुरक्षित हालात में रोजाना दांव पर लगी रहती है.
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