कटिहार जिले के विभिन्न सरकारी कार्यालय में कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटर एवं प्रोग्रामर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये हैं. बिहार राज्य डाटा इंट्री ऑपरेटर यूनिटी फोरम (बेलट्रॉन) के बैनर तले संगठित यह कर्मचारी नौकरी की सुरक्षा, बेहतर वेतन, और स्थायी नियुक्ति सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत है. संघ के जिला शाखा अध्यक्ष नीरज कुमार मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि हड़ताल का असर जरूरी सरकारी सेवाओं पर साफ दिख रहा है. जाति, आय, निवास प्रमाणपत्र बनाने वाली ””सर्विस प्लस”” सेवा ठप पड़ी है. जिला परिवहन कार्यालय में कामकाज बंद है. ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन पंजीकरण से जुड़े कार्य नहीं हो पा रहे है. वाणिज्यिक कर विभाग का काम रुक गया है. जिससे व्यापारियों को नुकसान हो रहा है. गृह विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग की डिजिटल सेवाएं भी प्रभावित है. कर्मियों की नियुक्ति बिहार स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बेलट्रॉन) के माध्यम से हुई है. ये कर्मी पंचायत कार्यालयों से लेकर राज्य सचिवालय तक ई-गवर्नेंस का कार्य का निर्वहन करते है. उन्होंने बताया कि सरकार और कर्मचारियों के बीच अब तक कोई सहमति नहीं बन पायी है. कर्मचारी तब तक हड़ताल खत्म नहीं करने के पक्ष में है. जब तक स्थायी नियुक्ति और न्यायपूर्ण व्यवहार की उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं है. बिहार की डिजिटल व्यवस्था के ठप होने से हर गुजरते दिन के साथ जनजीवन पर इसका असर बढ़ता जा रहा है.
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