मुख्यमंत्री ने बाढ़-सुखाड़ के पूर्व तैयारी को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की समीक्षा
कटिहार. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त, प्रमंडलीय पुलिस निदेशक, सभी जिला पदाधिकारी बिहार, सभी वरीय पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक बिहार एवं संबंधित विभाग के सभी पदाधिकारी के साथ संभावित बाढ़ व सुखाड़ के पूर्व तैयारी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक बिहार आपदा प्रबंधन विभाग पटना में आयोजित की गयी. बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला पदाधिकारी के कार्यालय वेश्म से जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा एवं अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी ने हिस्सा लिया. बैठक की शुरुआत में विभिन्न बिंदुओं यथा वर्षा मापक यंत्र एवं आंकड़ों का प्रेषण, संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान, तटबंध की सुरक्षा, सूचना व्यवस्था, नावों की व्यवस्था, चना, सत्तु, चूड़ा, गुड़, नमक, खाद्य पदार्थ आदि की व्यवस्था, पॉलीथीन शीट्स की व्यवस्था, बाढ़ आश्रय स्थल, बाढ़ शरण स्थल, सामुदायिक रसोई, मानव दवा की व्यवस्था, मोबाइल मेडिकल टीम एवं मेडिकल कैंप, पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, जेनरेटर सेट, पेट्रोमैक्स, महाजाल की व्यवस्था, सड़कों की मरम्मति, लाइफ जैकेट, मोटरबोट के परिनियोजन की आकस्मिक व्यवस्था, नोडल पदाधिकारी, जिलास्तरीय टास्क फोर्स गठन, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र सह नियंत्रण कक्ष, गोताखोरों का प्रशिक्षण, समुदाय का प्रशिक्षण, राहत व बचाव दल का गठन एवं उससे संबंधित तैयारियों का अभ्यास, बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची का अद्यतनीकरण, बाढ़ पीड़ितों हेतु राशि के व्यय पर निगरानी, आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण आदि एजेंडा पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी. साथ ही मुख्यमंत्री ने संबंधित सभी विभाग के पदाधिकारियों को आदेश दिया कि संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की तैयारी के लिए सभी संबंधित प्रकार की एजेंडा का पूर्ण रूप से तैयारी 31 मई तक कराना सुनिश्चित करेंगे.राहत सामग्री से संबंधित वस्तुओं का टेंडर शीघ्र करने का निर्देश
वीसी के माध्यम से आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि बाढ़ एवं सुखाड़ से संबंधित एसओपी के माध्यम से ही सारे जिला पदाधिकारी अपने-अपने संबंधित सभी कार्यों को समय पर करना सुनिश्चित करेंगे एवं राहत सामग्री से संबंधित सभी वस्तुओं का निविदा जिन जिलों में पूर्ण नहीं कराया गया है. उन सभी जिलों में निविदा पूर्ण कराना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इस वर्ष बारिश माह जून में सामान्य से कम वर्षापात होने की संभावना है एवं माह जुलाई, अगस्त एवं सितंबर में सामान्य वर्षापात की संभावना है. इस वर्ष जून से सितंबर की अवधि में राज्य में सामान्य वर्षापात होने की संभावना है. मौसम को ध्यान में रखते हुए संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ 2025 से बचाव के लिए सभी प्रकार की तैयारियां समय पर करना सुनिश्चित करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

