हसनगंज प्रखंड स्थित जगरनाथपुर पंचायत के नवादा गांव में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत लाखों की लागत से निर्मित नल जल टंकी शोभा की वस्तु बनी हुई है. गांव के बगल खेत में बनी जलमीनार कई वर्षों से बंद पड़ी है. जिससे वार्ड वासियों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीण आयरन युक्त पानी पीने को विवश है. जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. मजाबूल हक, अब्दुल सलाम, सरेजा खातून, इब्राहिम, गुलशन खातून, फिरोजा खातून सहित दर्जनों ग्रामीणों ने विभाग के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की हर घर नल का जल योजना धरातल पर फ्लॉप साबित हो रहा है. उनका कहना है कि लाखों की लागत से लगी यह नल जल टंकी और घर घर लगी टूटी शोभा की वस्तु बनकर रह गई है. इससे गांव वासियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. लोगों ने कहा कि जिस के जमीन में टंकी लगाई गई उन्हें मानदेय नहीं मिलता है. इस वजह से पानी टंकी चालू नहीं की जा रही. शुरुआती समय में कुछ दिन लाभ मिला था. उसके बाद से बंद पड़ा हुआ है. लोगों का आरोप है कि इस टंकी को देखने वाला कोई विभागीय अधिकारी नहीं है. जिससे वार्ड के लोग चापाकल का आयरन युक्त पानी पीकर कई गंभीर बिमारी के शिकार हो रहे हैं. लोगो ने विभाग और सरकार से मांग किया है कि टंकी की जांच करवाकर दोषियों पर कारवाई की जाय. इसे अविलंब चालू कराया जाय. ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके.
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