भभुआ सदर… सोमवार को देर शाम जिलाधिकारी सुनील कुमार ने सदर अस्पताल में जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत संस्थान में प्रसव के लिए आने वाली महिला लाभार्थियों को जच्चा-बच्चा स्वास्थ्यवर्धक किट उपलब्ध कराया. डीएम ने कहा कि यह पहल सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और मातृत्व को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से शुरू की गयी है. जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत न सिर्फ माताओं को 1400 रुपये की राशि दी जा रही है, बल्कि डिस्चार्ज के समय पोषण युक्त किट भी प्रदान किया जा रहा है, जो उनके व उनके नवजात बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है. डीएम द्वारा सोमवार को सदर अस्पताल में सौंपे गये किट में माताओं के लिए छह प्रकार की पोषण सामग्री और पांच प्रकार की स्वास्थ्यवर्धक दवाएं दिये जा रहे है. इसकी जानकारी देते हुए सीएस डॉ चंदेश्वरी रजक ने बताया कि महिलाओं व बच्चों के लिए विभिन्न स्वास्थ्य योजनाएं जैसे जननी बाल सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, बालिका प्रतिरक्षण कैंसर योजना, कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बाल थैलेसीमिया योजना, बाल हृदय योजना, बाल श्रवण योजना आदि अनेकों कार्यक्रम संचालित हैं, जिसके माध्यम से महिलाओं व बच्चों का स्वास्थ्य देखभाल किया जा रहा है. जच्चा-बच्चा किट में प्रसूता माताओं के लिए 11 प्रकार की दवाइयां दी जा रही है, जिसमें रक्त की कमी, हड्डियों को मजबूत करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने, बुखार, दर्द और गैस सहित कई आवश्यक दवाओं सहित नवजात शिशु के लिए भी चार दवाएं दी जा रही है. इसके साथ ही कॉम्फेड यानी सुधा के माध्यम से नमकीन दलिया, प्रीमिक्स खीर, खिचड़ी, बेसन की बर्फी, पपीता, सुधा का ठेकुआ व घी जैसी पोषक सामग्री जच्चा-बच्चा किट के जरिये प्रसूता माताओं को दी जा रही है. डीएम द्वारा सोमवार को सदर अस्पताल में प्रसूताओं को किट उपलब्ध कराये जाने के दौरान डीएस डॉ विनोद कुमार, डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल, डैम प्रभात कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे. ..सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने की कवायद
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