भभुआ सदर. भगवानपुर थाना क्षेत्र के कसेर गांव के रहनेवाले 22 वर्षीय एक युवक की संदिग्धावस्था में मौत हो गयी. युवक का शव मोहनिया थाना क्षेत्र के कुरई गांव के समीप रेलवे ट्रैक पर मिला. रविवार सुबह पुलिस ने ट्रेन की चपेट में आने से अज्ञात युवक की हुई मौत मानकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. परिजनों ने शव की पहचान कसेर गांव निवासी सच्चिदानंद पांडेय के बेटे श्रीकांत पांडेय उर्फ छोटू पांडेय के रूप में की. इसके बाद आक्रोशित परिजनों और लोगों आरोप लगाया कि अपराधियों ने युवक को गोली मारने के बाद रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया है. यह आरोप लगाते हुए सदर अस्पताल के पास शव को मुख्य सड़क पर रखकर जाम कर दिया. परिजनों का आरोप था कि युवक को गोली मारी गयी है. फिर उसके शव को अपराधियों ने मोहनिया स्थित रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, ताकि उसकी मौत रेल से कटने का लगे. मामले में परिजनों ने पुलिस से अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़क जाम पर डटे रहे. इस दौरान भभुआ कचहरी पथ लगभग एक घंटे तक जाम रहा. हालांकि, इस दौरान मौके पर पहुंचे भभुआ थानाध्यक्ष मुकेश कुमार व मोहनिया थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने एफएसएल से जांच करा दोषियों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया. और परिजनों से आवेदन देने की बात कही, लेकिन लोग सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए. काफी समझाने के बाद लोग मान गये. इसके बाद पुनः युवक के शव को सदर अस्पताल में लेकर जाया गया. एसएफएल की टीम ने बारीकी से शव का जांच पड़ताल की. जांच के बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया. युवक भगवानपुर बाजार जाने का कहकर निकला था घर से मृतक के पिता सच्चिदानंद पांडेय ने भभुआ थानाध्यक्ष मुकेश कुमार को बताया कि उनका बेटा श्रीकांत पांडेय शनिवार को चार बजे शाम में भगवानपुर बाजार जाने का कहकर घर से निकला था. हालांकि, प्रतिदिन वह बाइक से भगवानपुर बाजार जाता था, लेकिन शनिवार को जब वह घर से निकला, तो उसने बाइक नहीं ली थी. इस बीच देर रात तक जब वह नहीं लौटा, तो उसकी खोजबीन की जाने लगी. लेकिन, उसका कही पता नहीं चला और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा था. रविवार सुबह उन्हें सूचना मिली कि उनके बेटे का शव मोहनिया स्थित कुरई गांव के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे मिला है. इसके बाद जब जीआरपी मोहनिया ने शव मिलने की सूचना मोहनिया थाने को दी, तो मोहनिया थाना शव को लावारिश मानते हुए पोस्टमार्टम के लिए उसे भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया. सदर अस्पताल लाये जाने के बाद शव की पहचान परिजनों ने श्रीकांत पांडेय के रूप में की. युवक के पॉकेट से उसका साधारण मोबाइल मिला है, लेकिन मोबाइल में लगा सिम बरामद नहीं हुआ है. फिलहाल पुलिस युवक की मौत के मामले की जांच में जुटी हुई है. शव के पोस्टमार्टम के लिए तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम हुई गठित युवक की मौत की सूचना पर सदर अस्पताल पहुंची एफएसएल की टीम ने जांच की. जांच के बाद शव के पोस्टमार्टम के पूर्व घाव वाले सिर के भाग का डिजिटल एक्स-रे कराया गया और फिर सीएस के निर्देश पर सदर अस्पताल के डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया. तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम में डॉ विनय तिवारी, डॉ सीतेश कुमार और डॉ अभिलाष चंद्रा थे. मोहनिया थानाध्यक्ष आलोक कुमार के अनुसार, पुलिस फिलहाल मौत की जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि युवक की मौत किन कारणों से हुई है.परिजनों को आवेदन देने के लिए भी कहा गया है.
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