दुर्गावती. मंगलवार को
सीएचसी पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया गया. प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संगीता सिन्हा ने बच्चों को अल्बेंडाजोल दवा खिलाकर अभियान की शुरुआत की. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि कृमि संक्रमण बच्चों के पोषण और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है. पेट में कीड़े होने से बच्चों का विकास रुक जाता है. वहीं, स्वास्थ्य प्रबंधक मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि यह दवा 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित मात्रा में दी जाती है. 1 से 6 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर तथा 7 से 19 वर्ष तक के बच्चों को विद्यालयों में दवा दी गयी. एक से दो साल के बच्चों को आधी गोली, दो से तीन साल तक के बच्चों को पूरी गोली चूरकर और तीन से 19 साल तक के बच्चों को पूरी गोली चबाकर खाने के लिए दी जाती है. जो बच्चे दवा नहीं ले पाए, उन्हें अगले राउंड में दवा दी जायेगी. मौके पर स्वास्थ्यकर्मियों में बीसीएम आशुतोष कुमार प्रभाकर, त्रिभुवन सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

