कर्मनाशा. दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत कर्मनाशा नदी में डूबे आदर्श नुआंव गांव निवासी सवंरू राम के शव को एनडीआरएफ की टीम ने सोमवार की सुबह इमिलियां तरूइयां के पास से बरामद कर लिया है. संवरू राम शनिवार की शाम करीब चार बजे ही पैर फिसलने के दौरान कर्मनाशा नदी में डूब गये थे, तभी से आसपास के लोग व स्थानीय गोताखोर उनके शव को खोजने के लिए नदी में काफी प्रयास कर रहे थे, लेकिन उनका शव नहीं मिल रहा था. इसके बाद एनडीआरएफ की टीम के आने के बाद नदी में डूबे सवंरू राम के शव को बरामद कर लिया गया. जानकारी के अनुसार, शनिवार की शाम आदर्श नुआंव गांव निवासी संवरू राम पिता स्वर्गीय लालमुनि राम अपने घर से खेत घूमने गये थे. कर्मनाशा नदी के तट पर हाथ-पैर धोने के दौरान उनका पैर फिसल गया, जिससे वे नदी में गिर गये और नदी में ज्यादा पानी रहने से वे डूब गये. घटना की जानकारी होने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और नदी में डूबे व्यक्ति की खोजबीन की गयी, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल सका. इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी. सूचना पाकर थानाध्यक्ष गिरीश कुमार व सीओ संदानद कुमार मौके पर पहुंचे, लेकिन शाम तक नदी में डूबे व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिल सका. उसके बाद ग्रामीण एनडीआरएफ की टीम बुलाने की मांग करने लगे. रविवार की शाम एसडीआरएफ की टीम भी नुआंव पहुंची और नदी में डूबे व्यक्ति की खोजबीन शुरू की गयी, लेकिन डूबे व्यक्ति का कहीं अता पता नहीं चला. उसके बाद सोमवार की सुबह एक बार फिर एनडीआरएफ की टीम ने नाव के साथ नदी में डूबे व्यक्ति की खोजबीन शुरू की. इस तरह आखिरकार एनडीआरएफ टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद संवरू राम का शव रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत इमलिया तरूइयां के पास कर्मनाशा नदी से बरामद कर लिया गया. कर्मनाशा नदी में डूबे व्यक्ति को खोजने के दौरान तट पर विधायक अशोक कुमार सिंह, मुखिया बब्बू सिंह, आनंद सिंह सहित आसपास के लोगों की काफी संख्या में भीड़ जुट गयी थी और जैसे ही संवरू राम का शव बरामद हुआ, लोगों ने एनडीआरएफ टीम के सभी साथियों को धन्यवाद दिया. उसके बाद शव को आदर्श नुआव गांव लाया गया, जहां पर मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए बसपा प्रत्याशी सतीश यादव पिंटू सहित काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया. बता दें कि संवरू राम एक गरीब परिवार से थे और प्रतिदिन साइकिल पर फल बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. इस घटना के बाद जहां पूरे गांव में शोक का माहौल है, वहीं परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. ……..40 घंटे बाद इमिलिया तरूइयां के पास नदी में मिला शव
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