भभुआ नगर. सरदार वल्लभ भाई पटेल महाविद्यालय में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत सभी कर्मचारियों ने गुरुवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया और कॉलेज परिसर में स्थित लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया. इस दौरान कर्मियों ने कॉलेज प्रशासन और प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी की. महाविद्यालय आउटसोर्स कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह और सचिव अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि जब तक कर्मचारियों के वेतन में सम्मानजनक वृद्धि नहीं की जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और महाविद्यालय का कोई कार्य नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो हमें आंदोलन का सहारा लेना पड़ा. यह हमारी मजबूरी है और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह महाविद्यालय प्रशासन की होगी. कर्मचारियों ने कहा कि आज महंगाई के दौर में 6-7 हजार रुपये की तनख्वाह में घर चलाना, बच्चों का पालन-पोषण करना और दवा-इलाज की व्यवस्था करना बेहद कठिन है. बावजूद इसके प्रबंधन हमारे प्रति असंवेदनशील रवैया अपना रहा है. खासकर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शंकर प्रसाद शर्मा ने हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है. कर्मचारियों ने गांधीवादी तरीके से शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन जारी रखने की बात कही. उनका कहना है कि वेतन वृद्धि का अधिकार महाविद्यालय प्रबंधन और आउटसोर्सिंग समिति का है, लेकिन इसे जानबूझकर एजेंसी पर डाल दिया गया है. एजेंसी प्रबंधक से बात करने पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि वेतन वृद्धि का निर्णय महाविद्यालय प्रबंधन को लेना है. कर्मचारियों ने प्राचार्य से मांग की कि वे तत्काल संज्ञान लेकर इस पर त्वरित निर्णय लें. यदि वेतन वृद्धि नहीं की जाती है, तो सभी कर्मी उग्र आंदोलन करेंगे और महाविद्यालय में कोई कार्य नहीं होने देंगे. धरने में मंजु कुमारी, भरत सिंह, मोबिन अख्तर, नरेंद्र कुमार शर्मा, संजय कुमार सिंह, राजू प्रसाद, रामाधीन सिंह, इंदु कुंवर, प्रतिभा कुमारी, जयप्रकाश यादव, अनिता कुमारी, कंचन कुमारी, सूरज कुमार, अनिल कुमार, बिट्टू कुमार, संजय कुमार, मुलायम सिंह यादव, आनंद कुमार सिंह, गुलाम पीर राइन, समीर, गुल्लू अली, संतोष कुमार आदि मौजूद रहे.
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