खेतों में मजदूरों-किसानों के काम करने से ग्रामीण इलाकों में उत्साह का माहौल भभुआ शहर. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में धान की कटनी का काम जोर पकड़ने लगा है. कई गांवों में किसानों ने धान की कटाई और मड़ाई शुरू कर दी है, जिससे ग्रामीण इलाकों में नयी ऊर्जा और उत्साह का माहौल दिखाई देने लगा है. कटाई के साथ ही खेतों में महिला व पुरुष किसानों को एक साथ मेहनत देखते ही बन रहा है, कोई फसल काट रहा है, तो कोई उसे इकट्ठा कर मड़ाई की तैयारी में जुटा है. खेतों में काम करते मजदूरों की हलचल से पूरा इलाका जीवंत हो उठा है. एक ओर किसानों की कड़ी मेहनत जारी है, वहीं दूसरी ओर मौसम की अनुकूलता से उनके चेहरे भी खिले हैं. किसानों का कहना है कि इस बार बारिश और मौसम का संतुलन धान की अच्छी पैदावार का संकेत दे रहा है. जिन क्षेत्रों में पानी की पर्याप्त उपलब्धता रही, वहां फसल भी बहुत अच्छी है. कटाई के शुरुआती दौर में ही कई किसानों ने उम्मीद जतायी है कि इस बार धान का उत्पादन संतोषजनक रहेगा, जिससे परिवारों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी. किसानों का कहना है कि सरकारी स्तर पर समर्थन मूल्य, फसल की खरीद और समय पर रबी फसल के बीज उपलब्ध कराने जैसी सुविधाएं उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगी. यदि खरीद कार्य सुचारू रूप से चलता रहा, तो उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिलना सुनिश्चित है. गांवों में कटाई के साथ-साथ मड़ाई के लिए जगह तैयार करने का काम भी तेजी से चल रहा है. महिलाएं और पुरुष मिलकर फसल को सुखाने, बटोरने और भंडारण की तैयारी में जुटे हैं. खेतों में फैली सुनहरी बालियां ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती का प्रतीक बन चुकी हैं. खेतों में काम कर रहे किसानों का कहना है कि धान कटाई शुरू होने ने नयी उम्मीद जागी है. मेहनत का रंग दिखने लगा है, अब बस सही समय पर बाजार पहुंच जाये और समय पर सरकारी सहयोग मिले तो इस बार की फसल किसानों के जीवन में नयी खुशियां भर सकती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

