– प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से उपभोक्ताओं को मिल रही बड़ी राहत भभुआ शहर. सौर ऊर्जा को आम लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने और उपभोक्ताओं के बिजली खर्च में कमी लाने के उद्देश्य से विद्युत विभाग पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को गांव- गांव व शहर के हर घर तक पहुंचाने के लिए विभाग स्तर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. अधिकारियों का मानना है कि यह योजना न सिर्फ उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनायेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित होगी. विद्युत कार्यपालक अभियंता भभुआ शशिकांत कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत आम जनता को छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसके लिए उपभोक्ता आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के बाद विभागीय टीम द्वारा स्थल निरीक्षण कर जरूरत और उपलब्ध स्पेस के अनुसार सोलर प्लांट की क्षमता निर्धारित की जाती है. उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा पूरी तरह स्वच्छ और प्रदूषण-रहित ऊर्जा है. पारंपरिक बिजली उत्पादन की तुलना में इसमें किसी भी प्रकार का धुंआ या कार्बन उत्सर्जन नहीं होता है. इसलिए यह पर्यावरण के लिए पूरी तरह सुरक्षित और टिकाऊ विकल्प है. बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों के बीच यह योजना आने वाले समय में प्रकृति संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि यदि कोई उपभोक्ता तीन किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल लगवाता है, तो उसे प्रतिमाह लगभग 300 यूनिट बिजली का लाभ प्राप्त होता है. यह बिजली सीधे उसके घरेलू जरूरतों को पूरा करने में उपयोग होती है, जिससे उपभोक्ता का मासिक बिजली बिल काफी हद तक कम हो जाता है. इस क्षमता के सोलर पैनल से उपभोक्ता को सालाना करीब 15 हजार रुपये तक की बचत संभव है. उन्होंने कहा कि विशेषकर वे परिवार जिनका मासिक बिजली बिल 1800 से 2000 रुपये तक आता है, उनके लिए यह योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकती है. इससे न सिर्फ उनका आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि वे आने वाले कई वर्षों तक बिजली खर्च से लगभग मुक्त हो सकते हैं. विभाग का कहना है कि सोलर पैनल लगाने के बाद उपभोक्ता अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजकर नेट-मीटरिंग की सुविधा का लाभ भी ले सकता है. इससे उपभोक्ताओं को अतिरिक्त आर्थिक लाभ के रूप में फायदा मिलता है. सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा जागरूकता अभियान, वार्ड-स्तरीय बैठकें और उपभोक्ताओं से सीधा संपर्क जैसे कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें. जानकारी के अनुसार, जिले में अबतक लगभग 82 लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में जिले के हजारों घर सौर ऊर्जा से रोशन होंगे, जिससे न सिर्फ बिजली खर्च कम होगा, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम होगा.
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