नो ड्यूज के तीन दिन बाद भी टारगेट नहीं, सरकारी खरीद ठप बिचौलियों के हाथों औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर किसान कर्मनाशा. नो ड्यूज होने के तीन दिन बाद भी छांव पैक्स समिति को धान खरीद का टारगेट व अधिकार नहीं मिल पाया है, जिससे क्षेत्र के किसानों के धान की सरकारी दर पर खरीद नहीं हो पा रही है. इसे लेकर किसानों में काफी आक्रोश है. दरअसल, दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र के चहरियां, खमिदौरा व छांव पैक्स समिति को सहकारिता विभाग द्वारा डिफाॅल्टर घोषित किया गया था. इसके बाद छांव पंचायत के पैक्स अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने गुरुवार को विभाग का सूद समेत पूरा बकाया पैसा जमा कर बैंक से नो ड्यूज ले लिया था. नो ड्यूज को विभाग के पास भी भेज दिया गया, लेकिन अब तक छांव पैक्स समिति को टारगेट व अधिकार नहीं मिल सका है. अधिकार नहीं मिलने के कारण छांव पंचायत के किसान सरकारी दर पर धान नहीं बेच पा रहे हैं. मजबूरी में किसानों को औने-पौने दाम पर धान बिचौलियों को बेचना पड़ रहा है. वहीं, सहकारिता विभाग दुर्गावती द्वारा डिफाॅल्टर घोषित पैक्स चहरियां को कल्याणपुर व खमिदौरा को अवरियां पैक्स समिति में टैग करने के लिए जिला को पत्र भेजा गया था, लेकिन अब तक टैग नहीं हो पाया है. इससे उन दोनों पंचायतों के किसान भी परेशान हैं. छांव पैक्स अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने बताया कि एसएफसी की उदासीनता के चलते इतना अधिक सूद लग गया है कि पैक्स अध्यक्ष बर्बाद हो रहे हैं. जमीन बेचकर समिति को चालू किया जा रहा है, लेकिन नो ड्यूज लेने के तीन दिन बाद भी अभी तक टारगेट व अधिकार नहीं मिला है. इस संबंध में सहकारिता पदाधिकारी विवेक कुमार ने बताया कि चहरियां व खमिदौरा पैक्स डिफॉल्टर हुए हैं. चहरियां को कल्याणपुर व खमिदौरा को अवरिया पंचायत के पैक्स में टैग करने के लिए जिला को अनुशंसा की गयी है, लेकिन जिला से अभी पत्र नहीं आया है. वहीं, छांव पैक्स का नो ड्यूज हो गया है. टास्क फोर्स की बैठक होने वाली है, उसी बैठक में छांव पैक्स समिति का चयन होना है. जल्द ही छांव पैक्स को धान खरीद का टारगेट व अधिकार मिल जायेगा.
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