इ-केवाइसी नहीं किये जाने के कारण आधा दर्जन से ऊपर पीआरएस से भी स्पष्टीकरण प्रतिनिधि, भभुआ मनरेगा की विभिन्न योजनाओं में अनियमितता को लेकर भभुआ प्रखंड की कुडासन पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक राजेंद्र सिंह के तीन वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गयी है. साथ ही भविष्य में अगर मनरेगा योजना में किसी तरह की लापरवाही पायी जाती है, तो कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई किये जाने की चेतावनी भी उप विकास आयुक्त कैमूर ने जारी की है. जानकारी के अनुसार पूर्व में पंचायत के नउवां झोटी गांव में प्रयाग बिंद के घर से लेकर आहर खुदाई कार्य में कई मास्टर रोल में मजदूरों का नाम अलग- अलग लेकिन, फोटो बार- बार दुहराये जाने, ग्राम कुडासन में मेन नहर से नोनरा गुड्डू सिंह की खेत तक वित्तीय अनियमितता किये जाने आदि की शिकायत की गयी थी. जिसकी जांच जिला प्रशासन स्तर से करायी गयी तो अनियमितता का आरोप सही पाया गया. इसके बाद पंचायत रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण पूछा गया था. लेकिन, जवाब अंसतोषजनक पाये जाने पर वार्षिक वृद्धि रोकने की कार्रवाई की गयी है. इधर, इसी तरह कार्यक्रम पदाधिकारी भभुआ द्वारा इ- केवाइसी लक्ष्य के अनुरूप नहीं किये जाने को लेकर पंचायत रोजगार सेवक मिरीयां नरेंद्र कुमार भारती, पीआरएस रूईया नथुनी प्रसाद, पीआरएस महुआरी पंचायत सतीश कुमार, पीआरएस मनिहारी पंचायत रंजित कुमार शर्मा और पीआरएस मोकरी पंचायत विनय कुमार से स्पष्टीकरण पूछते हुए कार्य में लापरवाही बरतने काे लेकर जवाब मांगा गया है.
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