प्रतिनिधि, चांद. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ से धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है. लगातार तीन से चार दिनों तक धान की फसल पानी में डूबी रही और सड़क पर पानी बहता रहा . वहीं कई गांवों में घरों में भी पानी भरा रहा. जिससे किसान काफी परेशान हैं. हालांकि प्रशासन की ओर से जल निकासी के लिए इस दौरान प्रयास भी किया गया. परंतु, भीषण बाढ़ के चलते बहुत जल्द राहत नहीं हो पायी और किसानों के धान की फसल पानी में लगातार डूबी रही. इस संबंध में पौरा गांव के किसान सुनील सिंह, कुतुबनपुर मोरवा गांव के किसान रविशंकर सिंह, भरूहियां गांव के किसान रामप्यारे प्रसाद, गोई से दिनेश यादव ने बताया कि बाढ़ से धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है. इसका मुआयना कर किसानों को उचित मुआवजा सरकार से मिलना चाहिए. जिला कृषि पदाधिकारी कैमूर विकास कुमार ने भी बाढ़ का मुआयना किया. इस संबंध में उन्होंने बताया कि चांद प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ से किसानों के धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है. अभी ऊपर से कोई गाइडलाइन प्राप्त नहीं है, फिर भी प्रखंड स्तरीय अधिकारियों की ओर से बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
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