कर्मनाशा. कर्मनाशा पावर सब स्टेशन के खजुरा व भेरियां फीडर से जुड़े गांवों में थोड़ी सी बारिश होते ही बिजली आपूर्ति ठप हो जा रही है, जिससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ जा रही है. उपभोक्ताओं का कहना है कि डिश व इंसुलेटर पुराने हो गये हैं, जिसे बदले नहीं जाने से थोड़ी सी बारिश होने पर डिश व इंसुलेटर खराब हो जा रहे हैं और बिजली बाधित हो जा रही है. यह स्थिति बरसात शुरू होने के समय से ही बनी है. ऐसी स्थिति में उपभोक्ता उमस भरे मौसम में बेहाल हो जा रहे हैं. गुरुवार को भी आधी रात के बाद हल्की बारिश शुरू होते ही बिजली गुल हो गयी. इससे कर्मनाशा पावर सब स्टेशन के खजुरा फीडर से जुड़े खजुरा, सरैयां, सखेलीपुर, धनसराय, पिपरी, ढड़हर, कानपुर, कुड़ारी भानपुर आदि गांव में बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. यही हाल शुक्रवार के शाम भी बना रहा. बारिश शुरू होते ही खजुरा व भेरियां फीडर से जुड़े गांवों की बिजली गुल हो गयी, जिससे लोग काफी परेशान रहे. लोगों का कहना है कि डिश व इंसुलेटर नहीं बदले जाने से पूरे बरसात बारिश शुरू होते ही बिजली आपूर्ति 6-12 घंटे तक बाधित रह रही है. इससे लोगों को उमस व बिजली संबंधी अन्य काम बाधित हो जाने से काफी परेशानी होती है. -अक्सर रात में लोगों की नींद हो जा रही हराम दरअसल, पावर सब स्टेशन कर्मनाशा से खजुरा, भेरिया व कर्मनाशा फीडर जुड़ा है. इन फील्डरों से संबंधित गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है. पहले कर्मनाशा पावर सबस्टेशन की क्षमता 10 एमवीए थी, तब ओवरलोडिंग के चलते बार-बार बिजली ट्रिपिंग की समस्या खड़ी हो जाती थी. इसे देखते हुए विभाग द्वारा कर्मनाशा पावर सब स्टेशन की क्षमता 10 एमवीए से बढ़ाकर 15 एमवीए कर दिया गया. कर्मनाशा पावर सब स्टेशन की क्षमता 15 एमवीए हो जाने के बाद खजुरा व भेरियां फीडर से जुड़े गांवों के लोगों को खुशी थी कि अब पावर हाउस की क्षमता बढ़ गयी है, बार-बार ट्रिपिंग की समस्या नहीं आयेगी और निर्बाध बिजली मिलती रहेगी. लेकिन, पावर सब स्टेशन की क्षमता बढ़ने के बाद डिश व इंसुलेटर कमजोर रहने से अब बिजली फाल्ट होने की समस्या खड़ी हो गयी है. डिस व इंसुलेटर कमजोर रहने से बारिश शुरू होते ही खजुरा फीडर से जुड़े गांवों में कहीं तार टूट कर गिर जा रहा है, तो कहीं डिश व इंसुलेटर खराब हो जा रहे हैं, जिसके चलते बिजली आपूर्ति ठप हो जा रही है. फाल्ट खोजने में बिजली मिस्त्रियों को भी घंटों समय लग जा रहा है. अक्सर रात में ही फाल्ट आने से लोगों की नींद हराम हो जा रही है. – क्या कहते हैं उपभोक्ता –धंनसराय गांव निवासी मनोज राजभर ने बताया कि क्षेत्र में डिस व इंसुलेटर ढाई तीन वर्ष पहले के लगे हैं, डिस व इंसुलेटर बदलना जरूरी हो गया है. डिश व इंसुलेटर नहीं बदले जाने से फाल्ट आने की समस्या पूरे बरसात देखने को मिली है. थोड़ी सी भी बारिश होते ही खजुरा व भेरियां फीडर से जुड़े गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो जा रही है, जिससे लोगों के घरों में लगे पंखे सबमर्सिबल शो पीस बन जा रहे हैं. छह से 12 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रह रही है. शुक्रवार को शाम के वक्त भी बारिश शुरू होते ही बिजली गुल हो गयी. रात में बिजली कई बार आती जाती रही. शनिवार को सुबह 8:00 बजे के बाद बिजली व्यवस्था सुचारु हुई, फिर भी दोपहर तक बार-बार बिजली ट्रिपिंग होती रही. – मनोज राजभर –सरैया गांव निवासी राम रतन यादव ने बताया बिजली विभाग की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को उमस भरी मौसम में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. अगर जरा सी भी बारिश हुई तो बिजली व्यवस्था चरमरा जा रही है. बार-बार ट्रिपिंग की समस्या शुरू हो जा रही है. इस समय दो दिनों से 24 घंटे में करीब 12-14 घंटे बिजली ही उपभोक्ताओं को मिल रही है. जब तक क्षेत्र के डिश व इंसुलेटर बदले नहीं जायेंगे, बारिश होने के बाद उपभोक्ता परेशान होते रहेंगे. बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए डिश व इंसुलेटर बदलने की मांग की है, ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति होती रहे. – राम रतन यादव – क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में पूछे जाने पर विभाग के जेइ रौनक कुमार कश्यप ने बताया कि मेंटेनेंस का कार्य हुआ है, कभी-कभी ऐसा हो जाता है. – डिश व इंसुलेटर कमजोर होने का खामियाजा भुगत रहे बिजली उपभोक्ता बिजली नहीं रहने से लोगों की हो रही परेशानी
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