11 डिग्री की ठंड पर भारी पेट की आग प्रतिनिधि, भभुआ सदर.
दो दिनों से चल रहे पछुआ हवा से जिले का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री तक पहुंच गया है. आनेवाले दिनों में तापमान के और नीचे जाने का पूर्वानुमान है, ऐसे मौसम में जब लोग बंद कमरे में रजाई में गहरी नींद लेते रहते हैं, उस समय कुछ इंसान पेट की आग के खातिर खुली सड़क पर ठंड से ठिठुरते, कांपते काम की आस में टकटकी लगाये रहते हैं. हालांकि, ये लोग उन राहगीरों या आगंतुकों के लिए एक बड़ा सहारा भी हैं, जो किसी कारणवश रात होने के बावजूद घर नहीं पहुंच सके या जिन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में रात हो जाती है और जल्द से जल्द उन्हें अपने घर पहुंचना होता है. बावजूद ऐसे श्रम योगियों व राहगीरों के लिए नगर प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था नहीं की है. लिहाजा, ठेला चलाने वाले, श्रमिक, ऑटो चालक के साथ-साथ फुटपाथ पर सोने वाले की रात ठिठुरते हुए गुजर रही है. उन्हें कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.रद्दी कागज की आग में बीतती है रात
इ-रिक्शा चालक महेश्वर मिस्त्री, परमेश्वर पंडित, लक्ष्मी राम, ऑटो चालक पुतुल कुमार, रमेश सिंह आदि ने बताया कि अबतक नगर पर्षद ने किसी भी चौक चौराहा पर अलाव की व्यवस्था फिलहाल नहीं की गयी है. परिवार और बाल बच्चों की पेट के खातिर मेहनत मजदूरी करनी ही पड़ती है. सड़क किनारे फेंके हुए कचरे अथवा अन्य रद्दी कागजों को जलाकर रात में ठंड से निजात पाने का प्रयास करते हैं.जल्द की जायेगी अलाव जलवाने की व्यवस्था
इधर, इस संबंध में इओ संजय उपाध्याय ने बताया कि, चार से पांच दिनों के भीतर नगर पर्षद की ओर से शहर के सभी चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था कर दी जायेगी. इसके लिए नगर पर्षद की ओर से समुचित तैयारी प्रारंभ कर दी गयी है.
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