भभुआ सदर. 10 से 29 मार्च तक चलने वाले परिवार नियोजन पखवारे को लेकर सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को परिवार विकास मेला कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मेले का उद्घाटन सीएस डॉ चंदेश्वरी रजक द्वारा फीता काटकर कर किया गया. सीएस ने कार्यक्रम में बच्चों के बीच में अंतर रखने की सलाह देते हुए गर्भ निरोधक का उपयोग करने और परिवार नियोजन ऑपरेशन करवाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. सीएस ने उद्घाटन के बाद मेले में लगे परिवार नियोजन उपाय के विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया. कार्यक्रम के दौरान सीएस ने कहा कि जनसंख्या को रोकने के लिए सरकार हर साल परिवार नियोजन कार्यक्रम चला रही है. शादी के बाद जल्दी बच्चा और पहले और दूसरे बच्चे के बीच का अंतराल तीन वर्ष को हो, इसका ध्यान रखना सबसे जरूरी है. इस लिए परिवार नियोजन का उद्देश्य गर्भनिरोधक साधनों की पहुंच बढ़ाना, समुदाय को जागरूक करना और योग्य दंपतियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार परिवार नियोजन अपनाने के लिए सक्षम बनाना है. परिवार नियोजन न केवल महिलाओं को यह अधिकार देता है कि वे कब और कितने बच्चे चाहती हैं, बल्कि यह मातृ व शिशु स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है. यह गरीबी को कम करने, शिक्षा के अवसर बढ़ाने और सतत जनसंख्या वृद्धि सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. गर्भनिरोधक उपायों के उपयोग से मातृ मृत्यु दर में 20 से 30 प्रतिशत की कमी लायी जा सकती है और प्रसव के बीच उचित अंतराल रखने से शिशु स्वास्थ्य में भी सुधार होता है. विशेष रूप से युवा, नवविवाहित और कम बच्चों वाली महिलाओं के लिए सेवाओं तक सीमित पहुंच, दुष्प्रभावों का डर, सांस्कृतिक व धार्मिक भ्रांतियां तथा लिंग आधारित बाधाएं इसकी वृद्धि में रुकावट बन रही हैं. इसको देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिसमें जिला व ब्लॉक स्तर की बैठकें जिला मजिस्ट्रेट, सिविल सर्जन और प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की अध्यक्षता में गर्भावस्था के स्वस्थ समय और अंतराल पर केंद्रित चर्चा, ग्राम चौपाल ब्लॉकों के दुर्गम क्षेत्रों व वंचित टोलों में पीआरआई, एसएचजी, स्थानीय संस्था और एफएलडब्लू के सहयोग से परिवार नियोजन जागरूकता अभियान, पारिवारिक संवाद को बढ़ावा देकर महिलाओं को सही जानकारी प्रदान करने के लिए सास-बहू-बेटी सम्मेलन प्रमुख है. मंगलवार को आयोजित परिवार नियोजन मेला के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शांति कुमार मांझी, डॉ सत्यवरूप, डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल, जिला लेखा प्रबंधक प्रभात कुमार, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक पीयूष उपाध्याय, अस्पताल प्रबंधक शैलेंद्र कुमार सहित पीरामल और पीएसआइ के जिला प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे.
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