किंजर. वैसे तो एनएच 33 के कार्यपालक अभियंता के आग्रह पर जिलाधिकारी कुमार गौरव के आदेश पर किंजर पुनपुन नदी एनएच 33 पर बने जर्जर पुल से होकर भारी वाहनों के आवागमन पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है. केवल एलपीजी सिलिंडर, खाद्य सामग्री, दूध वाहन आदि को छूट दी गयी है. डीएम के आदेश का प्रारंभ में तो शत-प्रतिशत पालन किया गया, लेकिन थोड़े ही दिनों बाद जिन स्थानीय पुलिस को भारी वाहनों को रोकने की जवाबदेही दी गयी है, उन्हीं के इशारे पर भारी मालवाहक ट्रक व टेलर रात्रि में कतारबद्ध होकर धड़ल्ले से आते-जाते हैं. मालूम हो कि ब्रिटिशकालीन यह आरसीसी पुल काफी जीर्णशीर्ण स्थिति में है. इस जर्जर पुल के पश्चिमी छोर से दो-तीन पिलर भी काफी डैमेज हो चुके हैं. इस पुल के कई स्पेन के कंक्रिट बीम में दरार आ गयी है. कई बीम में सरिया भी दिखायी दे रहा है. इन्हीं सब कारणों से राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के उच्च अधिकारियों ने पुल का सर्वेक्षण कर इसे तत्काल सुरक्षित रखने के लिए माल वाहक भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने के लिए अरवल के जिलाधिकारी से पत्र लिखकर आग्रह किया था. जिलाधिकारी के आदेश पर किंजर पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है. पुल के दोनों सिरे पर ””””पुल पर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध”””” का बोर्ड भी लगा है लेकिन दिन में तो जिलाधिकारी के आदेश का पालन जरूर होता है, पर रात्रि में इकट्ठा होकर भारी वाहन इस पुल से बेरोकटोक आवागमन करते हैं, जिसके चलते जिलाधिकारी के आदेश का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन हो रहा है. इस संबंध में कार्यपालक अभियंता जितेंद्र कुमार आर्या का कहना है कि हमें भी भारी वाहनों के आवागमन होने की शिकायत मिली है. मैं इस संदर्भ में एसपी अरवल को पत्र भी लिखा हूं.
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