UP Election 2022: जनता दल यूनाइटेड ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचार के दौरान नेताओं की बेलगाम भाषा पर चिंता व्यक्त की है. जदयू का कहना है कि चुनाव जैसे-जैसे परवान चढ़ रहा है, चुनाव प्रचार मुद्दा विहीन होता जा रहा है और नेताओं की भाषा भी बेलगाम होती जा रही है.
जदयू ने कहा कि यूपी में बेरोजगारी सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ी है, लेकिन राजनीतिक दल सांप्रदायिकता, जाति व धर्म की राजनीति में मशगूल हैं. किसानों, व्यापारियों, नौजवानों, छात्रों की समस्या, महिलाओं के प्रति हिंसा उनके एजेंडे में नहीं है.
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जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने कहा कि शराबबंदी प्रदेश में हमारी पार्टी का मुख्य एजेंडा होगा. प्रदेश के बहुत सारे परिवारों में महिलाएं शराब के कारण घरेलू हिंसा की चपेट में हैं, जिससे परिवारों में लाचारी, बेबसी ,गरीबी के माहौल में गुजारा करना पड़ता है. इसका सबसे बड़ा प्रभाव बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य पर पड़ता है.
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अनूप सिंह पटेल ने आगे बताया कि बिहार में शराबबंदी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे देश को आईना दिखाने का काम किया है. शराबबंदी का परिणाम है कि आज बिहार में हत्या, अपहरण, चोरी, डकैती ,लूटपाट के मामलों में भारी कमी आई है. देश के तमाम अर्थशास्त्री शराबबंदी को लेकर काफी उहापोह में थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मजबूती के साथ शराबबंदी को कानूनी जामा पहनाकर आधी आबादी को डर-भय-अत्याचार से मुक्त कराया.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अस्पतालों और थानों में जो भीड़ थी, उसमें भारी कमी आई है. अर्थव्यवस्था दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है. यह साबित करता है कि महात्मा गांधी के असली अनुयायी नीतीश कुमार हैं, जो निर्णय को मजबूती के साथ लागू करते हैं.
Posted By: Achyut Kumar