जमुई. ग्रामीण विकास विभाग के तहत संचालित महिला संवाद कार्यक्रम ने जिले के सैकड़ों गांवों में जागरूकता व समाधान की नयी लहर पैदा की है. डीपीआरओ भानुप्रकाश ने बताया कि 18 अप्रैल से चल रहे इस कार्यक्रम के तहत अब तक 1177 ग्राम संगठनों में 28 हजार से अधिक महिलाएं इस कार्यक्रम में भाग ले चुकी हैं. प्रतिदिन 22 गांवों में हो रहे संवाद में महिलाएं अपनी समस्याएं खुलकर रख रही हैं. उन्होने बताया कि मंगलवार को झाझा प्रखंड के सिमुलतला में कॉलेज, खुरंडा में अस्पताल, लाइब्रेरी व एंबुलेंस, सुखासन में कृषि स्टोरेज यूनिट और पीएचसी, खैरा प्रखंड के दाबिल गांव में ई-रिक्शा, और चकाई प्रखंड में रेलवे लाइन की मांग सामने आयी. स्नातक छात्रा निशु कुमारी ने शिक्षा और स्वास्थ्य को मानव जीवन की मूल आवश्यकता बताया और कॉलेज व अस्पताल की आवश्यकता पर जोर दिया. आरती, रिमझिम और लक्ष्मी ने बाल विवाह के खिलाफ अभियान की मांग रखी. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री संदेश पत्र, योजनाओं के लीफलेट, और एलईडी वैन के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन के ज़रिए महिलाओं को योजनाओं की जानकारी दी गयी. यह कार्यक्रम 14 जून तक जारी रहेगा, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ना और उनके गांवों की प्राथमिक समस्याओं को चिन्हित कर समाधान की दिशा में कदम बढ़ाना है.
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