जमुई . इको टूरिज्म के तहत जिले में अवस्थित पर्यटक स्थलों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. इसे लेकर प्रयास किया जा रहा है. उक्त बातें जिलाधिकारी नवीन ने मंगलवार को शहर के एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के उपरांत मीडिया कर्मियों को बतायी. डीएम ने कहा कि जिले को प्रकृति ने बड़े ही सुंदर तरीके से सजाया है. जिले के चारों ओर नदी, पहाड़, झरना व कई ऐतिहासिक धार्मिक स्थल हैं जो बिहार ही नहीं देश-विदेश में भी चर्चित है. जैसे महावीर की जन्मस्थली, महादेव सिमरिया, पत्नेश्वर नाथ मंदिर , गिद्धेश्वर मंदिर, सिमुलतला सहित अन्य जगहों को इको टूरिज्म के तहत विकसित किया जायेगा. डीएम नवीन द्वारा बताया गया कि जमुई, नवादा तथा बांका जिले को मिलाकर इको टूरिज्म के तहत विकसित करने की योजना बनायी जा रही है. साथ ही महावीर के जन्म स्थल को जैन सर्किट बनाकर और विकसित किया जायेगा. जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि राज्य में अब व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है. कानून व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजली, सड़क की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध है. अब जरूरत है जिले के बनावट के अनुसार, नये-नये उद्योग-धंधे को विकसित किया जाना है. उन्होंने बताया कि जिले के चकाई प्रखंड में एशिया का सबसे बड़ा इथेनॉल की फैक्ट्री लगायी जा रही है और जल्द ही और नये कारखाना लगाये जाने की बात चल रही है. नये साल में जिले के विकास में एक नया अध्याय जुड़ने वाला है. उन्होंने बताया कि जिले में खैरा प्रखंड क्षेत्र के गरही में जिले का पहला फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के निर्माण को लेकर स्वीकृति मिली है. उन्होंने बताया कि जिले में पर्यटन की पर्याप्त सुविधाएं हैं इसके विकास को लेकर जिला प्रशासन एक विशेष योजना बनाकर सरकार को सौंपेंगी ताकि इसका विकास हो सके.
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