जमुई. महिला संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में महिलाओं की आकांक्षाओं को नई पहचान मिल रही है. शनिवार को खैरा प्रखंड की चुआं पंचायत स्थित केवल फरीयत्ता गांव में राधिका ग्राम संगठन द्वारा महिला संवाद का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डीएम अभिलाषा शर्मा शामिल हुईं. उन्होंने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज जीविका सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में महिला सशक्तीकरण की मिसाल बन चुकी है. जीविका से जुड़कर महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि परिवार और समाज के विकास में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं. डीएम ने कहा एक महिला जब पढ़ती है और आगे बढ़ती है तो पूरा परिवार आगे बढ़ता है. महिला संवाद कार्यक्रम के तहत जिले के 649 ग्राम संगठनों में अब तक संवाद हो चुका है, जिसमें 13 हजार से अधिक आकांक्षाएं संकलित की गयी हैं. कार्यक्रम में महिलाओं ने सामूहिक रूप से सड़क, नाला, स्कूल, आवास, पुस्तकालय, शौचालय, जीविका भवन, नल-जल सुविधा और सोलर लाइट जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग रखी. सिंधु देवी ने बीड़ी निर्माण से हो रही स्वास्थ्य समस्याओं की बात उठाते हुए वैकल्पिक रोजगार की मांग की. वहीं, प्राची कुमारी ने बताया कि जीविका से बैंक मित्र बनीं और अब उनका चयन बिहार पुलिस में हुआ है. कार्यक्रम में मुन्नी देवी ने बताया कि उन्होंने समूह से ऋण लेकर अपने बच्चे को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवा रही हैं. तबस्सुम खातून ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह मनिहारी दुकान से परिवार चला रही हैं. डीएम अभिलाषा शर्मा ने सभी महिलाओं की बातों को गंभीरता से सुनते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि संवाद में उठी समस्याओं का जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाये. मौके पर एसडीओ अभय कुमार तिवारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी बिरेंद्र कुमार, जिला लोक शिकायत पदाधिकारी राम दुलार राम, ओएसडी अमु अमला, जीविका जिला परियोजना प्रबंधक संजय कुमार, बीपीएम निरुपम घोष सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे. गौरतलब है कि 18 अप्रैल से राज्य के सभी जिलों में ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में महिला संवाद कार्यक्रम संचालित हो रहा है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है.
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