जमुई : झाझा नगर क्षेत्र में कार्यरत डॉ अजय कुमार नगर पंचायत कार्यालय की सूची में गरीबी रेखा के नीचे हैं. इसे लेकर उन्हें राशन कार्ड निर्गत किया गया है. राशन कार्ड में पत्नी को पुत्री बताया गया है. जिनकी मासिक आय दो लाख रुपया बताया गया है. इतना ही नहीं उनके दो पुत्र में से एक की 23000 प्रतिमाह जबकि दूसरे पुत्र की आमदनी शून्य बताया गया है. बताते चलें डॉ अजय कुमार शल्य चिकित्सक हैं. झाझा बाजार में तीन मंजिला पक्के की मकान है. बावजूद इसके उन्हें राशन कार्ड मुहैया कराई गई है. इसे लेकर नगर पंचायत के मिशन प्रबंधक मनोज केसरी व नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी ने राशन कार्ड निर्गत किया है. राशन कार्ड में डॉ अजय कुमार को पत्नी विहीन बताया गया है. जबकि उनकी पत्नी डॉ नैना कुमारी हैं, जिसे छुपाया गया है.
जारी प्रपत्र क के फॉर्म में डॉ अजय कुमार तथाकथित उनकी पुत्री नैना कुमारी, पुत्र उत्कर्ष कुमार व अमोल कुमार को दर्शाया गया है. सबों की जन्मतिथि के साथ मोबाइल नंबर के अलावा आधार कार्ड भी दिखाई गई है. कई ग्रामीणों ने बताया कि एक तरफ सरकार गरीब के राशन कार्ड बनाने में पसीना बहा रही है. दूसरी तरफ ऊंची रसूख रखने वाले अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आसानी से राशन कार्ड बनवा रहे हैं. कई ग्रामीणों ने बताया कि हमलोगों ने कार्यालय का चक्कर काटते-काटते थक गए. लेकिन हमलोगों को राशन कार्ड आज तक मुहैया नहीं हो पाया है. इस कारण न तो हमलोगों को राशन मिल रही है और न ही सरकार के द्वारा कुछ सुविधा मिल पा रही है.
इस बाबत पूछे जाने पर नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी रामाशीष शरण तिवारी ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल होने के कारण मैं छुट्टी पर था. हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है. मेरी अनुपस्थिति में कार्यपालक पदाधिकारी जमुई डॉ जनार्दन वर्मा प्रभार में थे. इसे लेकर जांच-पड़ताल की जायेगी.
इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. गलत तरीके से राशन कार्ड बना है. उनके राशन कार्ड को रद्द करने को लेकर अनुशंसा की गयी है.