बुक कीपर से सात दिनों में स्पष्टीकरण, विभागीय कार्रवाई के संकेत
गिद्धौर. मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत मिलने वाली 10 हजार रुपये की राशि को लेकर दिव्यांग लाभुक बमबम सोनार से नजराना की मांग किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. प्रकरण पर पीड़ित द्वारा जिलाधिकारी सहित प्रखंड जीविका परियोजना कार्यालय में की गयी शिकायत के बाद जीविका विभाग हरकत में आ गया है. मामला गिद्धौर के सक्षम दिव्यांग एवं जीविका स्वयं सहायता समूह के सदस्य बमबम सोनार से संबंधित है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि योजना की राशि दिलाने के एवज में दो हजार रुपये की मांग की गयी. मेरे मोबाइल पर फोन कर यह राशि नजराना के रूप में मांगी गयी थी. शिकायत पर संज्ञान लेते हुए प्रखंड जीविका परियोजना प्रबंधक ने स्पष्ट निर्देशों के आलोक में संबंधित कर्मियों और संकुल संगठन के पदाधिकारियों को सख्त हिदायत जारी की है कि देय राशि के बदले किसी भी प्रकार की अवैध मांग कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसी क्रम में जीविका कार्यालय में कार्यरत बुक कीपर विवेकानंद कुमार के खिलाफ पीड़ित द्वारा लगाए गए आरोपों पर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. कार्यालय ने सात दिनों के भीतर आरोपों पर अपना पक्ष लिखित रूप में समर्पित करने का निर्देश दिया है. निर्धारित समय सीमा में जवाब नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई का प्रावधान किया गया है. प्रखंड जीविका परियोजना प्रबंधक ने कहा कि शिकायत प्राप्त होते ही जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जांच पूरी होने के बाद नियम अनुसार विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. दिव्यांग लाभुक से अवैध वसूली की कोशिश का यह मामला अब विभागीय जांच के दायरे में है, जिससे जुड़े कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

