जमुई. जिले के चकाई अस्पताल के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक महेंद्र प्रसाद का वीडियो वायरल होने के बाद सिविल सर्जन ने स्पष्टीकरण की मांग की है. गौरतलब है कि प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक महेंद्र प्रसाद के द्वारा सीएचओ कौशल कुमार कंडेरा से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रखते हुए अवैध राशि की मांग की गई थी. इस मामले में स्पष्टीकरण की मांग कर की गयी थी. बताते चलें कि उक्त प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक का पहले भी विवादों से लंबा नाता रहा है. वर्ष 2022 में महेंद्र प्रसाद जब बरहट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक थे, तब भी उनके खिलाफ कार्रवाई हुई थी. पर्याप्त मात्रा में वैक्सीनेशन, एंटीजन किट और आरटीपीसीआर किट उपलब्ध होने के बाद भी लक्ष्य के अनुरूप वैक्सीनेशन नहीं हो रहा था. जिसके कारण इनका वेतन बंद किया गया था. इसके अलावा वर्ष 2019 में इन्हें निलंबित भी किया गया था तथा वर्ष 2022 में दोबारा इनकी जॉइनिंग हुई थी.
घूस मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद पुन: चर्चा में हैं अस्पताल प्रबंधक
इन दिनों चकाई अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा लहावन स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के सीएचओ से घूस मांगने का वीडियो वायरल होने के कारण अस्पताल चर्चा में है. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. वायरल वीडियो में अस्पताल प्रबंधक महेंद्र प्रसाद सीएचओ से वेतन भुगतान के एवज में मई माह के वेतन की मांग कर रहा है. वीडियो में सीएचओ के द्वारा कहा जाता है कि किस बात का पैसा तो प्रबंधक बोल रहे हैं कि मई माह का वेतन भी दे रहा हूं. इससे पार्टी भी हो जायेगा और मेरा भी हो जायेगा. जब सीएचओ कहता है कि मई माह में तो मैं 15 दिन गायब रहा हूं और इतना सारा पैसा कैसे दे दूं तो प्रबंधक अच्छा ठीक है कहकर फोन काट देता है. हालांकि प्रबंधक शुरुआत में पैसे की जगह फोटो शब्द का प्रयोग करता है. लेकिन सीएचओ इस बात को स्पष्ट कर देता है कि फोटो का मतलब पैसा ही है. अस्पताल के कर्मियों की मानें तो प्रबंधक महेंद्र प्रसाद कि कार्यशैली से सभी परेशान रहते हैं. नाम नहीं छापने के शर्त पर कई कर्मियों नें बताया कि पैसा नहीं देने पर प्रबंधक कार्रवाई का धौंस देते हैं. खासकर अनुबंध कर्मी कार्रवाई की डर से उनका विरोध नहीं कर पाते हैं. वायरल वीडियो के संबंध में पूछे जानें पर स्वास्थ्य प्रबंधक महेंद्र प्रसाद ने बताया कि सीएचओ की नई-नई शादी हुई है. शादी के बाद उसने पार्टी देने की बात कही थी. इसी को लेकर हमने अस्पताल के प्रभारी सर एवं अन्य लोगों की उपस्थिति में मैंने उनसे फोन कर कहा कि तुम्हारे पार्टी में विलम्ब हो रहा है. मई माह का वेतन मिल रहा है आपस में पार्टी कर लो और कोई बात नहीं है.
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