खैरा. स्थानीय खैरा बाजार बालू लदे ट्रकों का दिन-रात बेरोकटोक संचालन आम बात हो गयी है. सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक नो इंट्री का बोर्ड लगने के बावजूद इन नियमों की न तो प्रशासन पर असर दिख रहा है और न ही ट्रक चालकों पर. हालत यह है कि खैरा महादलित टोला के पास ट्रकों की कतार लगायी जाती है और मौका देखकर उन्हें अवैध रूप से खैरा बाजार के भीतर प्रवेश करवाया जाता है. इस संबंध में भारतीय मानवाधिकार आयोग, प्रखंड खैरा के सचिव धर्मवीर सिंह ने थाना को एक आवेदन सौंपा है. उन्होंने लिखा है कि नियमों के खुलेआम उल्लंघन से बाजार की ओर से अथवा पूर्णा-खैरा मार्ग से आने-जाने वाले वाहनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है. पैदल चलने वाले राहगीरों को भी घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है. धर्मवीर सिंह ने इस पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए कहा है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है. उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि नो इंट्री क्षेत्र में कड़ाई से नियमों का पालन करवाया जाए और दोषी ट्रक चालकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाये.
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