पातेपुर. पातेपुर प्रखंड मुख्यालय में बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भले ही दो-दो बार उद्घाटन हो गया. लेकिन, अब यह स्वास्थ्य केंद्र शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. छह जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअली इस स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया था. इसके कुछ दिनों बाद ही 22 जनवरी को पातेपुर के विधायक लखेंद्र पासवान विधिवत फीता काटकर इसका उद्घाटन किया, लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण अस्पताल में कई जांच के लिए आयी मशीनें चालू नहीं हो पाई है.
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पातेपुर विधायक ने स्वास्थ्य सेवा सुचारु रूप से दिलवाने का लोगों को भरोसा दिलाया था. लेकिन इस बिल्डिंग में अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ. इससे ईसीजी मशीन, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड मशीन के अलावा अन्य नए तकनीकी जांच मशीन बेकार पड़ा है. 7 करोड़ 69 लाख रुपए की लागत से बने इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के उदघाटन के छह माह बीतने के बाद भी रोगियों की जांच नहीं हो रही है. पातेपुर के लोगों को विभिन्न बीमारियों की जांच के लिए अस्पताल में यंत्र रहने के बाद भी प्राइवेट जांच घर का शरण लेना पड़ता है.पातेपुर जिले के सबसे बड़ी आबादी वाले प्रखंड है. पातेपुर में सभी रोगों की जांच मशीन रहने के बावजूद लोग महुआ, ताजपुर और समस्तीपुर प्राइवेट अस्पताल का रुख करने को मजबूर हो रहे हैं. पातेपुर अस्पताल में बिजली नहीं है, जिससे कार्य बाधित हो रही है. इसकी जानकारी वीसी के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को भी अवगत कराया गया था.
क्या कहते हैं अधिकारी
पातेपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का इंचार्ज प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ अवनी कुमार ने बताया कि नए बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में बिजली कनेक्शन करवाने की मांग वरीय उच्चाधिकारी से की गयी. जब बिजली विभाग ने कनेक्शन चार्ज की मांग की, तो वह जानकारी सिविल सर्जन सहित वरीय अधिकारियों को करा दी गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

